संभल के चंदौसी में हुए राहुल हत्याकांड से जुड़ा एक नया पहलू सामने आया है। राहुल की हत्या उसके ही दोस्त की ग्राइंडर मशीन किराए पर लेकर की गई थी। इस बात से राहुल का दोस्त जितेंद्र बहुत दुखी है। उसने रोते हुए कहा- मुझे क्या पता था कि मेरे ही ग्राइंडर से मेरे दोस्त की हत्या कर दी जाएगी। ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकी दोबारा कोई ऐसा ना करे । जितेंद्र बार-बार अपने दोस्त को याद कर रो रहे हैं। हत्यारों ने राहुल के शव के चार टुकड़े किए थे। हत्यारोपी प्रेमी गौरव ने अपनी प्रेमिका रूबी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था। 200 रुपए किराए पर ली थी मशीन
जांच में पता चला है कि राहुल के शव को काटने के लिए जिस ग्राइंडर कटर मशीन का उपयोग किया गया था, उसे जितेंद्र उर्फ जीतू मिस्त्री की दुकान से 200 रुपए जमा कर किराए पर लिया गया था। जीतू मिस्त्री ने बताया कि उसे इस बात का बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि उसकी मशीन का इस्तेमाल उसके ही दोस्त की हत्या के लिए किया जाएगा। दोस्त जीतू बोला- मुझे नींद नहीं आ रही
जितेंद्र ने कहा- मैं इस घटना से इतना आहत हूं कि मुझे रात में नींद नहीं आ रही और न ही मैं ठीक से खाना खा पा रहा हूं। जीतू ने मांग की है कि रूबी और उसके प्रेमी गौरव को ऐसी कड़ी सजा मिले, जिससे भविष्य में ऐसी कोई वारदात दोबारा न हो। मामला संभल जनपद की कोतवाली चंदौसी क्षेत्र के पतरौआ रोड स्थित ईदगाह के पास का है। बीते 15 दिसंबर की सुबह 9 बजे नाले में एक शव मिलने की सूचना पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे। इंस्पेक्टर अनुज तोमर और सीओ मनोज कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। मृतक की पहचान 40 वर्षीय राहुल पुत्र जसवंत निवासी कस्बा गंवा, थाना रजपुरा के रूप में हुई थी। उसके बाजू पर ‘राहुल’ नाम गुदा हुआ था। राहुल ने 15 साल पहले कस्बा चंदौसी के मोहल्ला चुन्नी की रहने वाली रूबी से शादी की थी और वह जूते का कारोबार करता था। वह 18 नवंबर से लापता था, जिसकी गुमशुदगी उसकी पत्नी ने 24 नवंबर को कोतवाली चंदौसी में दर्ज कराई थी। जीतू बोला- राहुल अच्छा इंसान था
जीतू ने बताया कि राहुल बहुत अच्छा इंसान था, सभी के साथ राम-राम करके चलता था मेरे से आकर मिलता था राम-राम करता था, उसका अच्छा दोस्त था। वह पहले टाइल मिस्त्री का काम करता था। तो अक्सर उसके पास आता था। कुछ दिन पहले से ही उसने जूते का व्यापार शुरू किया था। जीतू ने बताया कि गौरव उसके पास आया था और ग्राइंडर कटर मशीन मांग रहा था। मैंने उससे किराए के दो सौ रुपए लिए और ग्राइंडर कटर मशीन दे दी थी, वह आधा घंटे में मशीन वापस करने की बात कहकर गया था, लेकिन फिर वापस नहीं आया। जीतू ने कहा- मुझे क्या पता था कि मेरे से ग्राइंडर मशीन ले जाकर मेरे ही दोस्त की हत्या कर दी जाएगी, मैं उसे नाम से तो नहीं जानता था, लेकिन शक्ल से पहचानता था, क्योंकि उसके परिवार के अन्य लोग भी प्लंबिंग का काम करते हैं। मैं टेंट का काम भी करता हूं उनके घर पर मैंने टेंट लगाया था तो उनसे भी अच्छी जान-पहचान हो गई थी। दोस्त बोला- अब ये काम बंद कर दूंगा
जितेंद्र ने आगे कहा- जब से सुना है मुझे तो रात को नींद भी नहीं आ रही है, मैं क्या करूं। जीतू की आंखें से टप-टप आंसू बहने लगे, कुछ देर रुककर वह बोला- मैं तो अब यह काम ही नहीं करूंगा। यह सारा काम बंद कर दूंगा, किसी को मशीन नहीं दूंगा। फिर बोला जिस तरह से राहुल को मारा है, बताइए कितना अच्छा इंसान था, उसके बारे में आप मोहल्ला चुन्नी में जाकर पूछेंगे तो लोग आपको बताएंगे कि कितना अच्छा इंसान था। जीतू ने कहा- मैं पूरी तरह से पुलिस प्रशासन के साथ हूं जब भी मुझे गवाही के लिए बुलाया जाएगा मैं हर समय आने को तैयार हूं। उसने बताया कि गौरव से तो उसके माता-पिता भी परेशान रहते थे, वह उनकी बात नहीं सुनता था। मेरी दुकान के आगे से उसके पिता जा रहे थे तो मैंने पूछा कि आपके बेटे ने यह क्या कर दिया तो रो कर आगे से निकल गए कुछ बोल भी नहीं पाए।


