14 से 18 तक चलेगा पल्स पोलियो अभियान 1.80 लाख बच्चों को पिलाई जाएगी खुराक

भास्कर न्यूज | मुंगेर जिले में 14 दिसंबर से शुरू होने वाले पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। विभाग का लक्ष्य जिले के 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के 1.80 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाना है। इसके लिए विभाग ने 670 टीमें गठित की हैं, जो घर-घर जाकर बच्चों को टीकाकरण करेंगी। प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मो. फैजउद्दीन ने बताया कि अभियान को दो चरणों में संचालित किया जाएगा। 14 से 18 दिसंबर के बीच टीम खुराक पिलाएगी। इस दौरान जिले भर में सभी टीमों को अपने-अपने क्षेत्र में पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया गया है। अभियान के दौरान यदि कोई बच्चा टीका लेने से छूट जाता है, तो 20 दिसंबर को बी-टीम ऐसे बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाएगी, ताकि कोई बच्चा वंचित न रह जाए। अभियान में आशा, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका और एएनएम की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। डॉ. मो. फैजउद्दीन के अनुसार 670 टीमों में से 571 डोर-टू-डोर टीम होंगी, जो घरों में जाकर बच्चों की पहचान कर टीकाकरण सुनिश्चित करेंगी। वहीं 65 ट्रांजिट टीम ईंट-भट्ठा, बथान और पलायन वाले क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों तक पहुंचेगी। इनके अलावा 21 मोबाइल टीम जिले के विभिन्न इलाकों में भ्रमण कर उन बच्चों तक पहुँचेगी, जो किसी भी कारण से घर पर नहीं मिल पाते। भास्कर न्यूज | मुंगेर जिले में 14 दिसंबर से शुरू होने वाले पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। विभाग का लक्ष्य जिले के 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के 1.80 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाना है। इसके लिए विभाग ने 670 टीमें गठित की हैं, जो घर-घर जाकर बच्चों को टीकाकरण करेंगी। प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मो. फैजउद्दीन ने बताया कि अभियान को दो चरणों में संचालित किया जाएगा। 14 से 18 दिसंबर के बीच टीम खुराक पिलाएगी। इस दौरान जिले भर में सभी टीमों को अपने-अपने क्षेत्र में पूर्ण क्षमता के साथ कार्य करने का निर्देश दिया गया है। अभियान के दौरान यदि कोई बच्चा टीका लेने से छूट जाता है, तो 20 दिसंबर को बी-टीम ऐसे बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाएगी, ताकि कोई बच्चा वंचित न रह जाए। अभियान में आशा, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका और एएनएम की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। डॉ. मो. फैजउद्दीन के अनुसार 670 टीमों में से 571 डोर-टू-डोर टीम होंगी, जो घरों में जाकर बच्चों की पहचान कर टीकाकरण सुनिश्चित करेंगी। वहीं 65 ट्रांजिट टीम ईंट-भट्ठा, बथान और पलायन वाले क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों तक पहुंचेगी। इनके अलावा 21 मोबाइल टीम जिले के विभिन्न इलाकों में भ्रमण कर उन बच्चों तक पहुँचेगी, जो किसी भी कारण से घर पर नहीं मिल पाते।  

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