मध्य प्रदेश पुलिस पेंशनर संघ ने बुधवार को मंदसौर में अपना प्रांतीय सम्मेलन और साधारण सभा आयोजित की। इस आयोजन में प्रदेश के लगभग 35 जिलों से आए पुलिस पेंशनर संघ के लगभग 1,000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों को एक सशक्त मंच प्रदान करना था। इसके साथ ही, उनकी समस्याओं पर सामूहिक रूप से विचार-विमर्श करना और संगठन को और अधिक मजबूत बनाना भी प्रमुख लक्ष्यों में शामिल था। इस दौरान पेंशन विसंगतियों, पारिवारिक पेंशन, चिकित्सा सुविधाओं, सामाजिक सुरक्षा और प्रशासनिक सहयोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई। वक्ताओं ने बताया कि वर्ष 2022 में गठित पुलिस पेंशनर संघ मध्य प्रदेश आज प्रदेश का सबसे बड़ा और सक्रिय पेंशनर संगठन बन चुका है। इसका विस्तार लगभग 35 जिलों तक हो गया है। संघ का उद्देश्य केवल पेंशन संबंधी मांगों तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक सरोकारों को भी समान महत्व देना है। इसी क्रम में नशा मुक्ति जागरूकता अभियान, सामाजिक सेवा, आपदा के समय सहायता और असहाय पेंशनरों व उनके परिवारों को सहयोग जैसे कार्य निरंतर किए जा रहे हैं। साधारण सभा में संगठन की गतिविधियों की समीक्षा की गई और आगामी कार्ययोजना पर विचार-विमर्श हुआ। जिला इकाइयों को अधिक सक्रिय करने, नए सदस्यों को जोड़ने और पेंशनरों की उचित मांगों को शासन के समक्ष प्रभावी ढंग से रखने पर सहमति बनी। यह भी स्पष्ट किया गया कि संघ पूरी तरह अराजनीतिक रहेगा और सभी धर्म, जाति तथा वर्ग के पेंशनरों को साथ लेकर चलेगा। कार्यक्रम के समापन पर, प्रांतीय पदाधिकारियों ने सफल आयोजन के लिए मंदसौर जिला इकाई का आभार व्यक्त किया। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे सम्मेलन पेंशनरों के बीच आपसी समन्वय, आत्मीयता और संगठनात्मक मजबूती को और सुदृढ़ करेंगे।


