छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप कोल्ड्रिफ (ColdRif) से हुई मासूम बच्चों की मौतों के सनसनीखेज मामले में SIT ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। मंगलवार को टीम ने अपना मेडिकल स्टोर की प्रोपराइटर ज्योति सोनी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। कोर्ट ने ज्योति सोनी को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद से थी फरार मामले में डॉक्टर प्रवीण सोनी की गिरफ्तारी के बाद से ही उनकी पत्नी ज्योति सोनी फरार चल रही थीं। SIT की लगातार दबिश के बाद आखिरकार उन्होंने परासिया थाने में आत्मसमर्पण किया। हालांकि इस पर भी स्थिति स्पष्ट नहीं है। कोर्ट में ज्योति सोनी के वकील ने कहा कि उन्होंने परासिया थाने के समक्ष आत्मसमर्पण किया है, वहीं SIT टीम का दावा है कि उन्हें गिरफ्तार किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ज्योति सोनी पर जहरीली सिरप की बिक्री, अवैध भंडारण और साक्ष्य मिटाने के गंभीर आरोप हैं। अब तक सात गिरफ्तारियां इस जहरीले कफ सिरप कांड में अब तक कुल सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं 1. रंगनाथन गोविंदन — जहरीली सिरप बनाने वाली कंपनी श्रीसन फार्मास्यूटिकल्स (तमिलनाडु) के मालिक 2. महेश्वरी — कंपनी की महिला कर्मचारी, सैंपल और दस्तावेज़ फर्जीवाड़े में संलिप्त 3. डॉ. प्रवीण सोनी — बच्चों को जहरीली सिरप लिखने के आरोप में गिरफ्तार 4. राजेश सोनी — न्यू अपना फार्मा एजेंसी संचालक 5. सौरभ जैन — केमिस्ट, अपना फार्मा से जुड़ा 6. सतीश वर्मा — कंपनी का मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (MR) 7. ज्योति सोनी — अपना मेडिकल स्टोर की प्रोपराइटर (ताज़ा गिरफ्तारी) 26 से अधिक बच्चों की मौतें, जांच में चौंकाने वाले खुलासे प्रदेश में अब तक इस जहरीली सिरप से 26 से अधिक बच्चों की मौतें सामने आ चुकी हैं।जांच रिपोर्ट के अनुसार, सिरप की 74 बोतलों में से 66 बोतलें ‘अपना मेडिकल’ स्टोर और क्लीनिक से गायब पाई गईं। SIT को शक है कि सबूत मिटाने के लिए यह स्टॉक जानबूझकर हटाया गया। कमीशन डील और अवैध सप्लाई चेन की परतें खुलीं पुलिस और ड्रग विभाग की संयुक्त जांच में खुलासा हुआ है कि डॉक्टरों, मेडिकल एजेंसियों और कंपनी प्रतिनिधियों के बीच कमीशन डील होती थी।कंपनी से लेकर स्थानीय मेडिकल स्टोर तक अवैध सप्लाई चेन का पूरा नेटवर्क अब SIT के निशाने पर है।टीम ने संकेत दिया है कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां संभव हैं। कोर्ट में गूंजे “फांसी दो” के नारे मंगलवार को जब ज्योति सोनी को न्यायालय में पेश किया गया, तो परिसर के बाहर बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए।आक्रोशित लोगों ने “ज्योति सोनी को फांसी दो” के नारे लगाए।इससे पहले कंपनी के मालिक रंगनाथन को पेश किए जाने के दौरान भी इसी तरह के नारे लगे थे।


