पूर्णिया में गुरुवार को इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। जिसके बाद पोस्टमार्टम में देरी से परिजन भड़क गए और जमकर हंगामा किया। शव को स्ट्रेचर पर रखकर GMCH गेट के आगे मुख्य मार्ग पर रखकर प्रदर्शन किया। इससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम की स्थिति बन गई। परिजनों का आरोप है कि 6 घंटे बीतने के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं किया गया। इंतजार और अस्पताल प्रबंधन की कथित लापरवाही से तंग आकर शव को लेकर सड़क पर आ गए। प्रदर्शन के दौरान अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। सूचना मिलने पर के. हाट थाना प्रभारी उदय कुमार, फणीश्वरनाथ रेणु टीओपी प्रभारी राजनंदनी और सहायक खजांची थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार मौके पर पहुंचे। परिजनों को काफी देर समझाया। डेढ़ घंटे की बातचीत के बाद परिजन शांत हुए और फिर जाम हट सका। मारपीट में घायल हुए थे मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलौरी श्रीराम टोला निवासी रंजीत महतो (30) के रूप में हुई। जानकारी देते हुए परिजनों ने बताया कि छठ पूजा के दौरान 28 अक्टूबर को घाट पर फूल सजाने को लेकर पड़ोसी से विवाद हुआ था। पूजा संपन्न होने के बाद विवाद बढ़ा और पड़ोसी अपने साथ करीब 15 लोगों के साथ रंजीत के घर पहुंच गया। आरोप है कि सभी ने मिलकर लाठी-डंडों से रंजीत की पिटाई कर दी। गंभीर चोट लगने पर उसे जीएमसीएच लाया गया, जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। बाद में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार की देर रात उसकी मौत हो गई। लापरवाही के चलते किया हंगामा मृतक के परिवार का कहना है गुरुवार को शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे। 6 घंटे तक उन्हें इधर उधर भटकना पड़ा। अस्पताल के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लापरवाही से तंग आकर वे शव को सड़क पर ले आए और मुख्य मार्ग जाम करना पड़ा। पूर्णिया में गुरुवार को इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। जिसके बाद पोस्टमार्टम में देरी से परिजन भड़क गए और जमकर हंगामा किया। शव को स्ट्रेचर पर रखकर GMCH गेट के आगे मुख्य मार्ग पर रखकर प्रदर्शन किया। इससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। जाम की स्थिति बन गई। परिजनों का आरोप है कि 6 घंटे बीतने के बाद भी पोस्टमार्टम नहीं किया गया। इंतजार और अस्पताल प्रबंधन की कथित लापरवाही से तंग आकर शव को लेकर सड़क पर आ गए। प्रदर्शन के दौरान अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। सूचना मिलने पर के. हाट थाना प्रभारी उदय कुमार, फणीश्वरनाथ रेणु टीओपी प्रभारी राजनंदनी और सहायक खजांची थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार मौके पर पहुंचे। परिजनों को काफी देर समझाया। डेढ़ घंटे की बातचीत के बाद परिजन शांत हुए और फिर जाम हट सका। मारपीट में घायल हुए थे मृतक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बेलौरी श्रीराम टोला निवासी रंजीत महतो (30) के रूप में हुई। जानकारी देते हुए परिजनों ने बताया कि छठ पूजा के दौरान 28 अक्टूबर को घाट पर फूल सजाने को लेकर पड़ोसी से विवाद हुआ था। पूजा संपन्न होने के बाद विवाद बढ़ा और पड़ोसी अपने साथ करीब 15 लोगों के साथ रंजीत के घर पहुंच गया। आरोप है कि सभी ने मिलकर लाठी-डंडों से रंजीत की पिटाई कर दी। गंभीर चोट लगने पर उसे जीएमसीएच लाया गया, जहां से उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। बाद में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बुधवार की देर रात उसकी मौत हो गई। लापरवाही के चलते किया हंगामा मृतक के परिवार का कहना है गुरुवार को शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे। 6 घंटे तक उन्हें इधर उधर भटकना पड़ा। अस्पताल के चक्कर लगा रहे थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लापरवाही से तंग आकर वे शव को सड़क पर ले आए और मुख्य मार्ग जाम करना पड़ा।


