हिंदू संगठनों का बांग्लादेश के विरोध में प्रदर्शन…फूंका पुतला:कार्यकर्ताओं ने लगाए जिहादी मुर्दाबाद के नारे, बोले; हिंदुओं के साथ हो रहा अन्याय

हिंदू संगठनों का बांग्लादेश के विरोध में प्रदर्शन…फूंका पुतला:कार्यकर्ताओं ने लगाए जिहादी मुर्दाबाद के नारे, बोले; हिंदुओं के साथ हो रहा अन्याय

सहारनपुर में विश्व हिंदू परिषद–बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में बड़ा प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने ’जय श्री राम’, “जिहादी आतंकवाद मुर्दाबाद” के नारे लगाए। रैली के कलेक्ट्रेट तिराहे पर पहुंचने पर पुलिस बल तैनात रहा। मंगलवार को हकीकत नगर स्थित रामलीला ग्राउंड में भारी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित हुए, जहां से नारेबाजी करते हुए रैली के रूप में कलेक्ट्रेट तिराहे तक पहुंचे और बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस का पुतला दहन किया। प्रांत बलोपासना प्रमुख हरिश कौशिक ने कहा कि बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद इस्लामी जिहादी गतिविधियों में निरंतर वृद्धि हुई है और इनके निशाने पर हिंदुओं के मंदिर, व्यावसायिक केंद्र, महिलाएं, संपत्ति, शासकीय कर्मचारी और पत्रकार हैं। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के खिलाफ प्रताड़ना की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हरिश कौशिक ने बांग्लादेश के मेमनसिंह जिले के भालुका क्षेत्र में हुई घटना को लेकर कहा कि एक सामान्य हिंदू श्रमिक दीपू दास पर ईशनिंदा का झूठा आरोप लगाया गया। उनके अनुसार, एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान ईश्वर के एक होने और उसके विभिन्न नाम होने की बात को तोड़-मरोड़ कर ईशनिंदा का रूप दिया गया। आरोप है कि इसके बाद भीड़ ने दीपू दास के साथ मारपीट कर उसकी नृशंस हत्या कर दी और भय फैलाने के उद्देश्य से शव को पेड़ से लटकाकर जलाया गया। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए और यह सब पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में हुआ, लेकिन कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई। महानगर मंत्री रविश कंबोज ने कहा कि बांग्लादेश का प्रशासन और समाज हिंसक इस्लामी जिहादी तत्वों की गतिविधियों पर मौन साधे हुए है, जिससे उन्हें प्रोत्साहन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के मानवीय अधिकारों का इस तरह खुला हनन किसी भी सभ्य समाज में मानवता के विरुद्ध गंभीर अपराध है। उन्होंने बताया कि विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और दुर्गा वाहिनी इस प्रकार की बर्बर हिंसा और प्रशासनिक निष्क्रियता की निंदा करते हैं तथा बांग्लादेश में हिंदू विरोधी हिंसा पर रोक लगाने, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर उन्हें सजा दिलाने और अल्पसंख्यकों के लिए भय व शोषणमुक्त वातावरण सुनिश्चित करने की मांग करते हैं। साथ ही भारत सरकार से भी इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग की गई। प्रदर्शन में रमेश चंद शर्मा, प्रीत बहादुर सिंह, अभिषेक पंडित, ललित शर्मा, शक्ति राणा, शानू, तुली महाराज रामदास जी, अनमोल, जय राणा, डमरु, बसंत और नितिन शरद सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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