उन्नाव के नवाबगंज कस्बे में रविवार शाम को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर कथित अत्याचारों के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान लखनऊ-कानपुर हाईवे पर बांग्लादेश सरकार का प्रतीकात्मक पुतला दहन किया गया। प्रदर्शन के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। उनके अनुसार, हिंदुओं के घरों, मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर हमले हो रहे हैं, जिससे समुदाय भय और असुरक्षा के माहौल में जीवन जीने को मजबूर है। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार पर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप भी लगाया। कार्यकर्ताओं ने भारत सरकार से इस मामले में कड़ा रुख अपनाने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हस्तक्षेप करने की मांग की। उन्होंने कहा कि भारत को अपने पड़ोसी देश में रह रहे हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए कूटनीतिक दबाव बनाना चाहिए। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है। पुतला दहन और प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल मौके पर तैनात रहा। पुलिस की मौजूदगी में पूरा प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई और यातायात को भी नियंत्रित रखा गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शन को देखते हुए पहले से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे। बजरंग दल के स्थानीय पदाधिकारियों ने कहा कि यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण था और इसका उद्देश्य केवल बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करना है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि हालात नहीं सुधरे, तो भविष्य में और बड़े स्तर पर आंदोलन किया जा सकता है। प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ता शांतिपूर्वक मौके से हट गए। इस दौरान कुछ समय के लिए हाईवे पर हल्की गहमागहमी जरूर रही, लेकिन पुलिस और प्रशासन की सतर्कता से स्थिति जल्द ही सामान्य हो गई।


