अरवल में कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा:एसएमएएम योजना के तहत 178 किसानों को परमिट जारी, 80 प्रतिशत लाभ मिलेगा

अरवल में कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा:एसएमएएम योजना के तहत 178 किसानों को परमिट जारी, 80 प्रतिशत लाभ मिलेगा

अरवल जिले में कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (SMAM) योजना के तहत ऑनलाइन लॉटरी का आयोजन किया गया। यह प्रक्रिया जिला पदाधिकारी अमृषा बैंस के निर्देश पर उप विकास आयुक्त शैलेश कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय परिसर स्थित कार्यालय प्रकोष्ठ में संपन्न हुई। इस लॉटरी के माध्यम से कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना और व्यक्तिगत कृषि यंत्रों के लिए प्राप्त आवेदनों पर विचार किया गया। जिले भर से कुल 1154 आवेदन प्राप्त हुए थे। द्वितीय चरण की ऑनलाइन लॉटरी में 178 किसानों को व्यक्तिगत कृषि यंत्रों के लिए परमिट जारी किए गए, जबकि कस्टम हायरिंग सेंटर योजना के तहत शेष लक्ष्य के लिए एक किसान का चयन किया गया। उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण) अरवल, श्री आशीष कुमार ने बताया कि इस योजना में जुताई, बुवाई, कटाई, थ्रेसिंग, पोस्ट हार्वेस्ट और फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित कृषि यंत्रों के लिए स्वीकृति पत्र दिए गए हैं। इन यंत्रों पर किसानों को 40 प्रतिशत से लेकर 80 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जा रहा है। कुमार ने यह भी बताया कि कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना से छोटे और सीमांत किसानों को उचित दरों पर आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध हो सकेंगे। इससे खेती की लागत कम होगी और उत्पादकता में वृद्धि होगी। साथ ही, कस्टम हायरिंग सेंटर संचालकों की आय भी बढ़ेगी। इच्छुक किसान कृषि यंत्रों पर अनुदान प्राप्त करने के लिए OFMAS पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण), अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, जिला स्तरीय सहायक निदेशक (कृषि), सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रगतिशील किसान और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। अरवल जिले में कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देने के लिए मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन (SMAM) योजना के तहत ऑनलाइन लॉटरी का आयोजन किया गया। यह प्रक्रिया जिला पदाधिकारी अमृषा बैंस के निर्देश पर उप विकास आयुक्त शैलेश कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय परिसर स्थित कार्यालय प्रकोष्ठ में संपन्न हुई। इस लॉटरी के माध्यम से कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना और व्यक्तिगत कृषि यंत्रों के लिए प्राप्त आवेदनों पर विचार किया गया। जिले भर से कुल 1154 आवेदन प्राप्त हुए थे। द्वितीय चरण की ऑनलाइन लॉटरी में 178 किसानों को व्यक्तिगत कृषि यंत्रों के लिए परमिट जारी किए गए, जबकि कस्टम हायरिंग सेंटर योजना के तहत शेष लक्ष्य के लिए एक किसान का चयन किया गया। उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण) अरवल, श्री आशीष कुमार ने बताया कि इस योजना में जुताई, बुवाई, कटाई, थ्रेसिंग, पोस्ट हार्वेस्ट और फसल अवशेष प्रबंधन से संबंधित कृषि यंत्रों के लिए स्वीकृति पत्र दिए गए हैं। इन यंत्रों पर किसानों को 40 प्रतिशत से लेकर 80 प्रतिशत तक अनुदान प्रदान किया जा रहा है। कुमार ने यह भी बताया कि कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना से छोटे और सीमांत किसानों को उचित दरों पर आधुनिक कृषि यंत्र उपलब्ध हो सकेंगे। इससे खेती की लागत कम होगी और उत्पादकता में वृद्धि होगी। साथ ही, कस्टम हायरिंग सेंटर संचालकों की आय भी बढ़ेगी। इच्छुक किसान कृषि यंत्रों पर अनुदान प्राप्त करने के लिए OFMAS पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण), अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, जिला स्तरीय सहायक निदेशक (कृषि), सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रगतिशील किसान और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।  

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