आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने रविवार को बरेली में प्रेस वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों से पहले “करोड़ों वोटों की डकैती” की तैयारी की जा रही है। उनके अनुसार, मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर सुनियोजित गड़बड़ियां कराई जा रही हैं। संजय सिंह ने कहा कि कई विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक सीट पर 70 हजार तक नाम हटाए जा रहे हैं, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सीधा हमला है। उन्होंने बताया कि इस विरोध में AAP 21 से 26 दिसंबर तक छह दिवसीय पदयात्रा निकालेगी, जिसमें चार बड़ी जनसभाएं भी होंगी। उन्होंने SIR (सर्वे ऑफ इलेक्शन रोल) जैसी प्रशासनिक प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसका इस्तेमाल मतदाताओं को भयभीत करने के लिए किया जा रहा है। AAP सांसद ने चेतावनी दी कि पार्टी “इस तानाशाही” के खिलाफ सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। संजय सिंह ने लखनऊ और जौनपुर में मतदाता सूची में कथित छेड़छाड़ को बेहद चिंताजनक बताया। उनका आरोप है कि लखनऊ में मेयर द्वारा घर-घर जाकर सामान जब्त करने जैसी कार्रवाई की जा रही है, जबकि जौनपुर में 20 वर्षों से रह रहे लोगों को ईरानी या बांग्लादेशी बताकर सूची से बाहर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों का नाम ‘अन-ट्रेसेबल’ सूची में डाला गया, उनके लिए दोबारा वोट जोड़वाना कठिन और महंगा हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने 11 दिसंबर को इस मामले में “बड़ा खुलासा” करने का दावा किया। प्रदेश में चल रही बुलडोजर कार्रवाई पर भी उन्होंने निशाना साधा और कहा कि यह “एक समुदाय विशेष” के खिलाफ चलाई जा रही नीति है। उन्होंने टिप्पणी की—“बुलडोजर न संविधान है, न सुप्रीम कोर्ट।” बिहार का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि वहां 315 बांग्लादेशी मिले, लेकिन 80 लाख वोट काट दिए गए। उनके अनुसार, यह चुनाव को “हाईजैक” करने का संकेत है और अब उसी मॉडल को यूपी में लागू करने की कोशिश की जा रही है।


