गोविंदपुरा क्षेत्र की घनी आबादी वाली क्रेशर बस्ती के लिए राहत की खबर है। यहां स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जल्द ही सामान्य प्रसव सेवाएं शुरू होंगी। इसकी तैयारियां तेज कर दी गई हैं। बुधवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा ने केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने परिसर और आसपास के क्षेत्र का जायजा लिया। मौके पर जरूरी व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश भी दिए। अभी क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए सिविल अस्पताल गोविंदपुरा हताईखेड़ा जाना पड़ता है। यह केंद्र से करीब 20 से 25 मिनट की दूरी पर है। आपात स्थिति में यह दूरी जोखिम बन जाती है। प्रसव सेवाएं शुरू होने के बाद महिलाओं को घर के पास ही सुविधा मिलेगी। समय पर और सुरक्षित डिलीवरी संभव हो सकेगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर निर्देश दिए। इंतजाम सुधारने के निर्देश- निरीक्षण में सामने आया कि केंद्र में 2 डॉक्टर, 5 नर्सिंग ऑफिसर और 1 लैब टेक्नीशियन पदस्थ हैं। सीएमएचओ ने संस्था प्रभारी को निर्देश दिए कि जन आरोग्य समिति मद से बुनियादी इंतजाम तुरंत पूरे किए जाएं। लेबर रूम, जरूरी उपकरण, दवाइयों की उपलब्धता, साफ-सफाई और बिजली व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। विद्युत कनेक्शन सुनिश्चित करने के निर्देश डॉ. शर्मा ने कहा कि बिजली कंपनी से समन्वय कर स्थायी विद्युत कनेक्शन सुनिश्चित किया जाए। 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति जरूरी है। प्रसव सेवाओं में यह सबसे अहम कड़ी है। सीएमएचओ ने बताया कि क्रेशर बस्ती पीएचसी में निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण सामान्य प्रसव सेवाएं शुरू की जाएंगी। इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि इससे मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। साथ ही बड़े अस्पतालों पर दबाव भी घटेगा।


