जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर 20 नवंबर को पश्चिम चंपारण के गौनाहा प्रखंड स्थित भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिवसीय आत्ममंथन और प्रायश्चित उपवास करेंगे। उनका यह कदम जनता तक अपनी बात अपेक्षित रूप से न पहुंचने को लेकर है। इसे राजनीतिक प्रदर्शन के बजाय जनता के प्रति जवाबदेही और अपने कार्यों के मूल्यांकन से जुड़ा प्रयास बताया जा रहा है। गांधी आश्रम परिसर में कार्यक्रम की तैयारियां तेज गति से चल रही हैं और अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। जन सुराज बेतिया संगठन के युवा अध्यक्ष गौरव मिश्रा ने यह जानकारी दी। आश्रम के बाहरी हिस्से में एक बड़ा पंडाल बनाया जा रहा है, जहां विभिन्न जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं और संगठन के सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई की व्यवस्था इसके साथ ही एक मुख्य मंच का निर्माण भी जारी है, जिस पर प्रशांत किशोर बैठकर उपवास की शुरुआत करेंगे। मंच पर पार्टी के जिला अध्यक्ष, प्रमुख पदाधिकारी और घोषित प्रत्याशी भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई, पानी और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। गौरव मिश्रा ने बताया कि स्थानीय प्रशासन को कार्यक्रम की पूरी जानकारी दे दी गई है और सहयोगात्मक माहौल में सभी व्यवस्थाएं तय की जा रही हैं। चूंकि भितिहरवा का गांधी आश्रम सत्य और आत्मनिष्ठा का प्रतीक माना जाता है, इसलिए पीके का यहां उपवास करना एक महत्वपूर्ण संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है। संवाद की दिशा में एक नई शुरुआत संगठन के अनुसार, यह दिन आत्मचिंतन, लक्ष्य पुनर्निर्धारण और जनता के साथ बेहतर संवाद की दिशा में एक नई शुरुआत साबित होगा। अब सबकी निगाहें 20 नवंबर को होने वाले इस उपवास पर टिकी हैं, जो जन सुराज की आगे की रणनीति को भी नई दिशा दे सकता है। जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर 20 नवंबर को पश्चिम चंपारण के गौनाहा प्रखंड स्थित भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिवसीय आत्ममंथन और प्रायश्चित उपवास करेंगे। उनका यह कदम जनता तक अपनी बात अपेक्षित रूप से न पहुंचने को लेकर है। इसे राजनीतिक प्रदर्शन के बजाय जनता के प्रति जवाबदेही और अपने कार्यों के मूल्यांकन से जुड़ा प्रयास बताया जा रहा है। गांधी आश्रम परिसर में कार्यक्रम की तैयारियां तेज गति से चल रही हैं और अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। जन सुराज बेतिया संगठन के युवा अध्यक्ष गौरव मिश्रा ने यह जानकारी दी। आश्रम के बाहरी हिस्से में एक बड़ा पंडाल बनाया जा रहा है, जहां विभिन्न जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं और संगठन के सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई की व्यवस्था इसके साथ ही एक मुख्य मंच का निर्माण भी जारी है, जिस पर प्रशांत किशोर बैठकर उपवास की शुरुआत करेंगे। मंच पर पार्टी के जिला अध्यक्ष, प्रमुख पदाधिकारी और घोषित प्रत्याशी भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई, पानी और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। गौरव मिश्रा ने बताया कि स्थानीय प्रशासन को कार्यक्रम की पूरी जानकारी दे दी गई है और सहयोगात्मक माहौल में सभी व्यवस्थाएं तय की जा रही हैं। चूंकि भितिहरवा का गांधी आश्रम सत्य और आत्मनिष्ठा का प्रतीक माना जाता है, इसलिए पीके का यहां उपवास करना एक महत्वपूर्ण संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है। संवाद की दिशा में एक नई शुरुआत संगठन के अनुसार, यह दिन आत्मचिंतन, लक्ष्य पुनर्निर्धारण और जनता के साथ बेहतर संवाद की दिशा में एक नई शुरुआत साबित होगा। अब सबकी निगाहें 20 नवंबर को होने वाले इस उपवास पर टिकी हैं, जो जन सुराज की आगे की रणनीति को भी नई दिशा दे सकता है।


