रामगढ़ थाना क्षेत्र के कैथा स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। इसके बाद मरीज के परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा अस्पताल में हंगामा किया। आक्रोशित परिजनों ने ऑपरेशन थिएटर का खिड़की का गेट तोड़ दिया और वहां रखी कुर्सियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। 55 वर्षीय सरिता देवी को पित्त की थैली में पथरी के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। मृतका के भतीजे चंदन कुमार साव ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब मरीज की स्थिति सामान्य नहीं थी, तो उसे भर्ती क्यों किया गया। चंदन कुमार ने यह भी बताया कि अस्पताल ने उन्हें आयुष्मान योजना के तहत इलाज का आश्वासन दिया था, जिसमें जांच पर 50 से 60 हजार रुपए का खर्च बताया गया था। ऑपरेशन शुरू होने से ठीक पहले मरीज को आया कार्डियक अरेस्ट: डॉक्टर वहीं, घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि सच पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगा। डॉक्टर दिनेश के अनुसार, ऑपरेशन से पहले सरिता देवी की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य थीं। हालांकि, ऑपरेशन शुरू होने से ठीक पहले उन्हें अचानक कार्डियक अरेस्ट हो गया। डॉक्टरों ने लगभग एक घंटे तक सीपीआर दिया, लेकिन मरीज को बचाया नहीं जा सका। मरीज की मौत की सूचना मिलते ही परिजन आक्रोशित हो गए अस्पताल में हंगामा किया। रामगढ़ थाना क्षेत्र के कैथा स्थित एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान एक मरीज की मौत हो गई। इसके बाद मरीज के परिजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा अस्पताल में हंगामा किया। आक्रोशित परिजनों ने ऑपरेशन थिएटर का खिड़की का गेट तोड़ दिया और वहां रखी कुर्सियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। 55 वर्षीय सरिता देवी को पित्त की थैली में पथरी के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। मृतका के भतीजे चंदन कुमार साव ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब मरीज की स्थिति सामान्य नहीं थी, तो उसे भर्ती क्यों किया गया। चंदन कुमार ने यह भी बताया कि अस्पताल ने उन्हें आयुष्मान योजना के तहत इलाज का आश्वासन दिया था, जिसमें जांच पर 50 से 60 हजार रुपए का खर्च बताया गया था। ऑपरेशन शुरू होने से ठीक पहले मरीज को आया कार्डियक अरेस्ट: डॉक्टर वहीं, घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया। अस्पताल प्रबंधन ने कहा है कि सच पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आएगा। डॉक्टर दिनेश के अनुसार, ऑपरेशन से पहले सरिता देवी की सभी जांच रिपोर्ट सामान्य थीं। हालांकि, ऑपरेशन शुरू होने से ठीक पहले उन्हें अचानक कार्डियक अरेस्ट हो गया। डॉक्टरों ने लगभग एक घंटे तक सीपीआर दिया, लेकिन मरीज को बचाया नहीं जा सका। मरीज की मौत की सूचना मिलते ही परिजन आक्रोशित हो गए अस्पताल में हंगामा किया।


