बांका शहर में शनिवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर ‘एक भारत, आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत एक विशाल पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता, अखंडता और सद्भावना का संदेश देना था। पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि की, राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत पदयात्रा का शुभारंभ आरएमके मैदान से हुआ, जहां बांका विधायक रामनारायण मंडल, एसडीएम राजकुमार, एसडीपीओ अमर विश्वास और थानाध्यक्ष राकेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर इसका उद्घाटन किया। इससे पूर्व, सरदार पटेल के तेल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। ‘भारत माता की जय’ और ‘लौह पुरुष अमर रहें’ के लगे नारे हरी झंडी मिलते ही तिरंगा झंडा और सरदार पटेल के चित्रों के साथ ‘जय जय सरदार’, ‘भारत माता की जय’ और ‘लौह पुरुष अमर रहें’ जैसे देशभक्ति के नारे लगाए गए। यह पदयात्रा शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, छात्र-छात्राएं, युवा, महिला समूह और समाजसेवी बड़ी संख्या में शामिल हुए। गाजे-बाजे, तिरंगा झंडे और भव्य झांकियों ने आयोजन को आकर्षक बनाया। प्रतिभागियों ने ‘वोकल फॉर लोकल’, ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ और ‘आत्मनिर्भर बनेगा भारत’ जैसे नारों के माध्यम से स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का संदेश दिया। पदयात्रा के अंत में सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। एकता और अखंडता की नींव ही आज के भारत की मजबूती इस अवसर पर बांका विधायक रामनारायण मंडल ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल एक सच्चे देशभक्त थे, जिन्होंने देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विधायक मंडल ने जोर देकर कहा कि पटेल द्वारा स्थापित एकता और अखंडता की नींव ही आज भारत की मजबूती का आधार है। उन्होंने युवाओं से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान भी किया। पदयात्रा के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक शपथ ली। उन्होंने स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान देने का संकल्प लिया। देशभक्ति, उत्साह और एकता के संदेश से परिपूर्ण यह पदयात्रा बांका शहर में चर्चा का केंद्र बनी रही। बांका शहर में शनिवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर ‘एक भारत, आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत एक विशाल पदयात्रा का आयोजन किया गया। इस पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य समाज में एकता, अखंडता और सद्भावना का संदेश देना था। पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि की, राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत पदयात्रा का शुभारंभ आरएमके मैदान से हुआ, जहां बांका विधायक रामनारायण मंडल, एसडीएम राजकुमार, एसडीपीओ अमर विश्वास और थानाध्यक्ष राकेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों ने दीप प्रज्वलित कर इसका उद्घाटन किया। इससे पूर्व, सरदार पटेल के तेल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। ‘भारत माता की जय’ और ‘लौह पुरुष अमर रहें’ के लगे नारे हरी झंडी मिलते ही तिरंगा झंडा और सरदार पटेल के चित्रों के साथ ‘जय जय सरदार’, ‘भारत माता की जय’ और ‘लौह पुरुष अमर रहें’ जैसे देशभक्ति के नारे लगाए गए। यह पदयात्रा शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता, छात्र-छात्राएं, युवा, महिला समूह और समाजसेवी बड़ी संख्या में शामिल हुए। गाजे-बाजे, तिरंगा झंडे और भव्य झांकियों ने आयोजन को आकर्षक बनाया। प्रतिभागियों ने ‘वोकल फॉर लोकल’, ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ और ‘आत्मनिर्भर बनेगा भारत’ जैसे नारों के माध्यम से स्वदेशी और आत्मनिर्भरता का संदेश दिया। पदयात्रा के अंत में सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। एकता और अखंडता की नींव ही आज के भारत की मजबूती इस अवसर पर बांका विधायक रामनारायण मंडल ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल एक सच्चे देशभक्त थे, जिन्होंने देश को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विधायक मंडल ने जोर देकर कहा कि पटेल द्वारा स्थापित एकता और अखंडता की नींव ही आज भारत की मजबूती का आधार है। उन्होंने युवाओं से राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान भी किया। पदयात्रा के समापन पर सभी प्रतिभागियों ने सामूहिक शपथ ली। उन्होंने स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपना योगदान देने का संकल्प लिया। देशभक्ति, उत्साह और एकता के संदेश से परिपूर्ण यह पदयात्रा बांका शहर में चर्चा का केंद्र बनी रही।


