हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए जूनियर हॉकी मुकाबले ने खेल भावना का एक अलग ही उदाहरण पेश किया है। जहां पिछले कुछ समय से दोनों देशों की क्रिकेट टीमों के बीच हाथ मिलाने को लेकर विवाद की स्थिति बनी रही, वहीं हॉकी खिलाड़ियों ने एक अलग रास्ता चुना है। बता दें कि सुल्तान ऑफ जौहोर कप में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले में खिलाड़ियों ने मैच के बाद एक-दूसरे से हाई-फाइव किया, जो खेल प्रेमियों के लिए एक सकारात्मक दृश्य रहा है।मौजूद जानकारी के अनुसार यह मुकाबला 3-3 की बराबरी पर समाप्त हुआ था, लेकिन खिलाड़ियों की खेल भावना ने सबका दिल जीत लिया। भारतीय मिडफील्डर रोशन कुजुर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि “हमारे लिए यह सिर्फ एक खेल था, दुश्मनी नहीं। हमें किसी ने हाथ मिलाने से मना नहीं किया था। हम सभी खिलाड़ी मेहनत और समर्पण के साथ खेलते हैं, इसलिए हमने हाई-फाइव किया।”वहीं टीम के डिफेंडर सुनील पीबी ने बताया कि “पाकिस्तान के खिलाफ मैच हमेशा दबाव वाला होता है। हार का सवाल ही नहीं उठता, लेकिन उस दिन मुकाबला बराबरी पर खत्म हुआ। फिर भी, यह एक शानदार मैच रहा।”गौरतलब है कि भारत ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक का सफर तय किया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2-1 के अंतर से हारकर रजत पदक जीता है। यह पिछले संस्करण के कांस्य पदक से एक कदम आगे की उपलब्धि मानी जा रही है।बता दें कि रोशन कुजुर और सुनील पीबी अब हॉकी इंडिया लीग (HIL) में वेदांता कलिंगा लांसर टीम की ओर से खेलते नजर आएंगे। कुजुर पहले से टीम का हिस्सा हैं, जबकि सुनील हाल ही में मिनी ऑक्शन में टीम से जुड़े हैं। दोनों खिलाड़ियों का कहना है कि वे आने वाले सीजन में और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं।इस पूरे घटनाक्रम ने यह साफ कर दिया है कि भले ही मैदान पर भारत-पाकिस्तान के बीच प्रतिद्वंद्विता हमेशा तीखी रहती है, लेकिन खेल भावना और आपसी सम्मान अभी भी कायम हैं।
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