लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय क्रॉसवर्ड चैंपियन बना लुधियाना का बीसीएम आर्य

सिटी रिपोर्टर.पटना| लुधियाना के बीसीएम आर्य मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की टीम ने लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय क्रॉसवर्ड चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। अनहद कौर और दिव्या धीमान की इस टीम ने सीसीसीसी क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड प्रतियोगिता 2025 के ग्रैंड फिनाले में शानदार प्रदर्शन कर ट्रॉफी अपने नाम की। ये टीम पिछले साल 2024 में भी विजेता रही थी। दरभंगा पब्लिक स्कूल के सुधांशु नायक और शुभी श्रीवास्तव की टीम उपविजेता बनी, जबकि भारतीय विद्या भवन पब्लिक स्कूल (विद्याश्रम), हैदराबाद की अंजलि नंदूरी और आराध्या रंजीत की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। यह फाइनल वाईएमसीए दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय ग्रैंड फिनाले के बाद हुआ। प्रतियोगिता में पहले दिन देशभर से आई 40 टीमों के बीच लिखित दौर हुआ, जिसमें से 15 टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं। दूसरे दिन दो सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबला आयोजित हुआ। सेमीफाइनल तक पहुंचने वाली अन्य टीमों में डीपीएस पटना, डीपीएस पुणे और माउंट असीसी स्कूल, भागलपुर शामिल थे। भागलपुर की छात्रा काश्वी ने अकेले खेलकर सभी को प्रभावित किया, क्योंकि उनकी साथी समय पर पहुंच नहीं पाईं। प्रतियोगिता में अंग्रेजी शिक्षक सर एलन कॉवेल ने क्रॉसमास्टर की भूमिका निभाई और अंतरराष्ट्रीय पहेली विशेषज्ञ विनायक एकबोटे मुख्य निर्णायक रहे। विजेता टीमों को ट्रॉफी और प्रमाण-पत्र भारत सरकार और विभिन्न संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए। इनमें इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव आईएएस एस कृष्णन, बिहार भवन दिल्ली के रेजिडेंट कमिश्नर आईएएस कुंदन कुमार, रेरा बिहार के अध्यक्ष विवेक कुमार सिंह, वाईएमसीए के उपाध्यक्ष आलोक मिचियारी, प्रतियोगिता के मुख्य संरक्षक विशेष पुलिस आयुक्त आईपीएस मधुप तिवारी, सीसीसीसी 2025 के राष्ट्रीय समन्वयक राज नारायण सिंह भी शामिल थे। सिटी रिपोर्टर.पटना| लुधियाना के बीसीएम आर्य मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल की टीम ने लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय क्रॉसवर्ड चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। अनहद कौर और दिव्या धीमान की इस टीम ने सीसीसीसी क्रिप्टिक क्रॉसवर्ड प्रतियोगिता 2025 के ग्रैंड फिनाले में शानदार प्रदर्शन कर ट्रॉफी अपने नाम की। ये टीम पिछले साल 2024 में भी विजेता रही थी। दरभंगा पब्लिक स्कूल के सुधांशु नायक और शुभी श्रीवास्तव की टीम उपविजेता बनी, जबकि भारतीय विद्या भवन पब्लिक स्कूल (विद्याश्रम), हैदराबाद की अंजलि नंदूरी और आराध्या रंजीत की टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया। यह फाइनल वाईएमसीए दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय ग्रैंड फिनाले के बाद हुआ। प्रतियोगिता में पहले दिन देशभर से आई 40 टीमों के बीच लिखित दौर हुआ, जिसमें से 15 टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं। दूसरे दिन दो सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबला आयोजित हुआ। सेमीफाइनल तक पहुंचने वाली अन्य टीमों में डीपीएस पटना, डीपीएस पुणे और माउंट असीसी स्कूल, भागलपुर शामिल थे। भागलपुर की छात्रा काश्वी ने अकेले खेलकर सभी को प्रभावित किया, क्योंकि उनकी साथी समय पर पहुंच नहीं पाईं। प्रतियोगिता में अंग्रेजी शिक्षक सर एलन कॉवेल ने क्रॉसमास्टर की भूमिका निभाई और अंतरराष्ट्रीय पहेली विशेषज्ञ विनायक एकबोटे मुख्य निर्णायक रहे। विजेता टीमों को ट्रॉफी और प्रमाण-पत्र भारत सरकार और विभिन्न संस्थानों के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए। इनमें इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के सचिव आईएएस एस कृष्णन, बिहार भवन दिल्ली के रेजिडेंट कमिश्नर आईएएस कुंदन कुमार, रेरा बिहार के अध्यक्ष विवेक कुमार सिंह, वाईएमसीए के उपाध्यक्ष आलोक मिचियारी, प्रतियोगिता के मुख्य संरक्षक विशेष पुलिस आयुक्त आईपीएस मधुप तिवारी, सीसीसीसी 2025 के राष्ट्रीय समन्वयक राज नारायण सिंह भी शामिल थे।  

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