सेक्टर 47 स्थित एक मकान में तैनात दो सिक्योरिटी गार्ड रविवार रात ठंड से बचने के लिए वॉचरूम में तसले में आग जलाकर बैठे थे। कमरा बंद होने के कारण अंदर ही हवा बाहर नहीं निकल सकी और दोनों सिक्योरिटी गार्ड दम घुटने से बेहोश हो गए। सुबह एक अन्य महिला गार्ड ने जब दोनों को बेहोश देखा तो इसकी सूचना कंपनी प्रबंधन को दी। दोनों को अस्पताल ले जाया गया। इनमें से एक ही मौत हो गई, जबकि दूसरे का उपचार चल रहा है। एसीपी ट्विंकल जैन ने बताया कि सेक्टर-47 के डी ब्लॉक में पिंकी सिंह का मकान है। ग्रुप फोर के गार्ड मकान की सुरक्षा में तैनात रहते हैं। कन्नौज के धीरेंद्र कुमार और प्रयागराज के दिनेश कुमार यहां पर बतौर सिक्योरिटी गार्ड अपनी सेवाएं देते थे। रोजाना की तरह रविवार को भी दोनों की ड्यूटी रात में थी। आठ बजे के करीब दोनों जब ड्यूटी पर तैनात थे, तभी उनको ठंड लगने लगी। इसके बाद दोनों लोहे के तसले में आग जलाकर छोटे से वॉचरूम में बैठ गए। कुछ समय बाद दोनों ने वॉचरूम का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। सुबह आठ बजे के करीब शिफ्ट बदलने के समय प्रभा कुमारी नाम की महिला सिक्योरिटी गार्ड जब वॉचरूम के पास पहुंची, तो देखा कि धीरेंद्र और दिनेश बेहोश पड़े हैं। इसके बाद उसने इसकी जानकारी आसपास के लोगों और कंपनी प्रबंधन को दी। बेहोशी की हालत में दोनों को उपचार के लिए नजदीक के अस्पताल ले जाया गया। यहां पर डॉक्टरों ने धीरेंद्र कुमार को मृत घोषित कर दिया। दिनेश का उपचार चल रहा है और उसकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्राथमिक जांच में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सिक्योरिटी गार्ड की मौत वॉच रूम में जहरीली गैस बनने के कारण हुई होगी। मौत के कारणों को जानने के लिए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है।


