नरसिंहपुर पुलिस ने राजस्थान से करीब डेढ़ महीने पहले लापता हुई एक लड़की को महज तीन दिनों के भीतर ढूंढ निकाला और सोमवार को उसे उसके परिवार के हवाले कर दिया। यह लड़की 19 दिसंबर को नरसिंहपुर में नेशनल हाईवे-44 पर लावारिस हालत में घूमती मिली थी। ताज्जुब की बात यह है कि राजस्थान के किसी भी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं थी। राजस्थान के अजमेर की रहने वाली निशा (बदला हुआ नाम) 19 दिसंबर को आरटीओ ऑफिस के पास सड़क पर अकेली मिली थी। किसी ने 112 नंबर पर फोन किया, जिसके बाद पुलिस उसे सुरक्षित कोतवाली थाने ले आई। बातचीत में पता चला कि लड़की की मानसिक हालत ठीक नहीं थी, इसलिए वह अपना पूरा पता नहीं बता पा रही थी। उसने बस इतना कहा कि वह राजस्थान के अजमेर की रहने वाली है। फोटो देखकर पहचाना परिवार पुलिस अधीक्षक (SP) डॉ. ऋषिकेश मीणा के आदेश पर लड़की को ‘वन स्टॉप सेंटर’ में रखा गया। नरसिंहपुर पुलिस ने फौरन राजस्थान पुलिस से संपर्क साधा और लड़की की पहचान की कोशिश शुरू की। 21 दिसंबर को खबर मिली कि वह अजमेर के दरगाह थाना क्षेत्र की रहने वाली है। पुलिस ने जब उसकी मां ‘रोजी’ की फोटो दिखाई, तो निशा ने तुरंत उन्हें पहचान लिया। गुस्से में घर से निकली थी, डेढ़ महीने बाद मिली सोमवार को निशा की मां और बहन नरसिंहपुर पहुंचे। उन्होंने बताया कि निशा डेढ़ महीने पहले अपनी दादी से मिलने अलीगढ़ जाने की बात कहकर घर से गुस्से में निकली थी और तब से उसका कोई सुराग नहीं था। कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद पुलिस ने निशा को उसके परिवार को सौंप दिया। पुलिस अफसरों ने परिवार को आर्थिक मदद भी दी।


