करनाल जिला के नीलोखेड़ी कस्बे में खुले नाले ने एक बुजुर्ग की जान ले ली। मार्किट से घर लौट रहे बुजुर्ग का पैर खुले नाले में फिसल गया और वह सीधे नाले में गिर गया। हादसे के बाद आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत बुजुर्ग को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और रात को शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। मार्किट से घर जाते समय हुआ हादसा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बुजुर्ग नीलोखेड़ी की मार्किट से अपने घर की ओर जा रहा था। रास्ते में नाले के ऊपर से निकलते समय नाला खुला पड़ा होने के कारण संतुलन बिगड़ा और पैर सीधे नाले में चला गया। अचानक गिरने से बुजुर्ग को गंभीर चोटें आईं। आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया और तुरंत मदद के लिए पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद बुजुर्ग को नाले से बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मृतक की पहचान और वार्डवासियों का आरोप मृतक की पहचान वार्ड-1 नीलोखेड़ी निवासी 60 वर्षीय अमरजीत के रूप में हुई है। वार्डवासी एवं परिजन पवन, कुलदीप, तीर्थ पाल और अन्य लोगों का कहना है कि इलाके में नाले लंबे समय से खुले पड़े हैं। इनमें आए दिन पशु गिरते रहते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने बताया कि जिस सड़क पर हादसा हुआ, वह काफी समय से निर्माणाधीन है। सड़क का काम नौ महीने में पूरा होना था, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी काम अधूरा है। खराब सड़क के कारण दुपहिया वाहन चालक अक्सर गिरकर चोटिल हो जाते हैं। पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई नीलोखेड़ी थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि पैर फिसलने के कारण बुजुर्ग नाले में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। रात को शव मोर्चरी हाउस करनाल भेज दिया था। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। वहीं, वार्डवासियों ने नगरपालिका और जनप्रतिनिधियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए खुले नालों को ढकने और सड़क निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने की मांग की है।


