Bihari Bhakka Food: सर्दी की ठिठुरन में जब मन गरमा-गरम, देसी और पौष्टिक खाने को तरसे, तो बिहार का पारंपरिक भक्का आपका बेस्ट फ्रेंड बन जाता है। इडली से मिलता-जुलता दिखने वाला ये सॉफ्ट-स्पंजी स्नैक असल में चावल-दाल के आटे का भाप में पका हुआ जादू है, जो न सिर्फ पेट भरता है, बल्कि शरीर को गर्माहट और एनर्जी का डोज देता है। बिहार की ठंडी सुबहों में गुड़ की चाशनी या दही के साथ परोसा जाने वाला भक्का अब घर पर भी आसानी से बन सकता है। चलिए, जानते हैं इस देसी डिलाइट की फ्रेश, आसान और परफेक्ट रेसिपी।
बिहार का देसी स्वाद जो सर्दियों में देता है खास गर्माहट
भक्का बिहार के अररिया जिले का अनमोल व्यंजन है। यह एक ऐसा पकवान है जो बिहार के बाकी जिलों में नहीं बनता और ज्यादातर लोग इससे अनजान भी हैं। सीमांचल में जैसे ही सर्दियों में घना कोहरा छा जाता है और सूरज की किरणें कई दिनों तक गायब रहती हैं, बस समझिए भक्का बनाने का मौसम शुरू हो गया। शहर के कोनों-चौराहों पर भक्का की धूम मचती है। राहगीर इसका लुत्फ उठाते हैं। गर्मागर्म भक्का के साथ घी और मछली परोसना जरूरी माना जाता है क्योंकि यही इसके स्वाद को दोगुना कर देता है।
इडली-सांभर को देता है मात
भक्का दक्षिण भारत की मशहूर इडली-सांभर को कड़ी चुनौती देता है। माला देवी बताती हैं कि बदलते दौर में लोग इडली-सांभर जैसे ट्रेंडी व्यंजनों को तरजीह दे रहे हैं, मगर बिहार का ये देसी भक्का अपने खालिस स्वाद और पोषण की वजह से अपनी अलग मुकाम रखता है।
ऐसे बनता है बिहारी भक्का
- सबसे पहले अरवा चावल लिया जाता है और उसे पानी में भिगोकर थोड़ी देर बाद छान लिया जाता है।
- जब चावल में हल्की नमी रह जाती है, तो उसे पीसकर एक घोल तैयार किया जाता है।
- इस घोल में स्वाद के लिए गुड़ मिलाया जाता है।
- फिर पारंपरिक मिट्टी की हांडी पर चूल्हे में भाप तैयार की जाती है।
- इस हांडी के ऊपर कपड़े से ढका कटोरा रखकर, उसमें चावल का घोल डाल दिया जाता है।
- भाप में सिर्फ दो मिनट पकाने के बाद, यह मुलायम और स्वादिष्ट भक्का तैयार हो जाता है।


