रायपुर में एनआईटी चौपाटी को लेकर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस ने आज भाजपा पर निशाना साधते हुए अनोखा विरोध दर्ज कराया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एनआईटी चौपाटी स्थल पर ही ‘सद्बुद्धि यज्ञ’ किया और भाजपा नेताओं अरुण साव और राजेश मुणत के पोस्टर हाथ में लेकर हवन किया। कांग्रेस का कहना है कि एनआईटी से चौपाटी को आमानाका शिफ्ट करने का फैसला जल्दबाजी और मनमानी का नतीजा है। जहां थी चौपाटी, वहीं हुआ यज्ञ कांग्रेस का यह प्रदर्शन उसी जगह हुआ, जहां पहले एनआईटी चौपाटी संचालित होती थी। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि बिना पूरी तैयारी के चौपाटी को हटाकर कारोबारियों और आम लोगों को परेशानी में डाल दिया गया है। 21 नवंबर को भारी विवाद के बीच हुई थी शिफ्टिंग चौपाटी की शिफ्टिंग 21 नवंबर को भारी हंगामे के बीच हुई थी। उस दिन कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर के सामने बैठकर विरोध किया था। पुलिस और कांग्रेस के बीच झूमाझटकी हुई, कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर सेंट्रल जेल भेजा गया। विवादों के बीच दुकानों को तो हटा दिया गया, लेकिन नई जगह आज तक पूरी तरह तैयार नहीं हो पाई है। विपक्ष का आरोप- मनमाना फैसला कांग्रेस शुरू से इस फैसले को मनमाना और राजनीतिक दबाव में लिया गया कदम बता रही है। कुछ दिन पहले विवाद तब और बढ़ गया, जब युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक राजेश मुणत के पोस्टर पर कालिख पोत दी। इसके बाद पुलिस ने युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत कई कार्यकर्ताओं पर FIR दर्ज की। विरोध में युवा कांग्रेस और NSUI ने सरस्वती नगर थाने का घेराव भी किया। उच्चस्तरीय जांच की मांग विपक्ष की मांग है कि पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच हो। साथ ही उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए, जिन्होंने पहले चौपाटी को अनुमति दी और अब उसे अवैध बता रहे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि राजनीतिक दबाव में फैसले बदले गए। 10 करोड़ की चौपाटी, अब बना सियासी मुद्दा एनआईटी चौपाटी के विकास पर करीब 10 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। सरकार बदलने के बाद भाजपा सरकार ने यहां नालंदा-2 विकसित करने का फैसला लिया और नवंबर 2025 में इसका टेंडर भी पूरा कर लिया। इसके बाद यह मामला प्रशासनिक निर्णय से निकलकर बड़े राजनीतिक टकराव का रूप ले चुका है। महापौर का दावा- जल्द शुरू होगी चौपाटी महापौर मीनल चौबे का कहना है कि आमानाका में तेजी से व्यवस्थाएं की जा रही हैं। लाइटिंग, सफाई और अन्य सुविधाएं दुरुस्त की जा रही हैं और जल्द ही चौपाटी शुरू कर दी जाएगी।हालांकि, मौके की तस्वीर फिलहाल अलग कहानी बयां कर रही है। अंधेरा, गंदगी और अधूरी सुविधाएं दुकानदारों की चिंता बढ़ा रही हैं और विवाद को और हवा दे रही हैं।


