नवादा में नीलगाय का आतंक,15 को मारी गई गोली:किसानों की फसल बचाने के लिए कार्रवाई, हर साल होता था 50 लाख का नुकसान

नवादा में नीलगाय का आतंक,15 को मारी गई गोली:किसानों की फसल बचाने के लिए कार्रवाई, हर साल होता था 50 लाख का नुकसान

नवादा में नीलगाय (घोड़परास) के आतंक से किसानों को हो रहे भारी नुकसान के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है। महुली पंचायत में नीलगाय को गोली मारकर मारने का अभियान चलाया गया, जिसमें 10 से 15 नीलगायों को मार गिराया गया है। स्थानीय किसानों के अनुसार, नीलगाय हर साल उनकी फसलों को भारी क्षति पहुंचाती थीं। महुली पंचायत में प्रतिवर्ष 50 लाख रुपये से अधिक की फसल बर्बाद हो रही थी, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा था। इस समस्या को लेकर महुली पंचायत के मुखिया विपिन सिंह ने पंचायती राज पदाधिकारी को एक आवेदन दिया था। उन्होंने जिलाधिकारी से भी मुलाकात की, जिसके बाद जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया और कार्रवाई के निर्देश दिए। 15 नीलगायों को मारा गोली वन विभाग के मगध क्षेत्र के शूटर मोहम्मद कायम अख्तर को इस कार्य के लिए बुलाया गया। उन्होंने महुली पंचायत के कई स्थानों पर 50 से अधिक नीलगायों के झुंड देखे। इसके बाद लगातार गोलीबारी कर लगभग 10 से 15 नीलगायों को मार गिराया गया। मारे गए जानवरों को मौके पर ही दफना दिया गया। शूटर मोहम्मद कायम अख्तर ने बताया कि नीलगाय किसानों को भारी नुकसान पहुंचा रही हैं। उन्होंने अन्य ग्राम पंचायतों के मुखियाओं को भी सलाह दी कि जहां फसलें बर्बाद हो रही हैं, वे अधिकारियों से संपर्क कर नीलगाय को शूट करवा सकते हैं। गांव में गोलीबारी के दौरान ग्रामीणों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की गई, क्योंकि गोली की रेंज काफी दूर तक होती है। हर साल 50 लाख का होता है नुकसान मुखिया प्रतिनिधि टोनी सिंह ने बताया कि उनके पिता, मुखिया विपिन सिंह, लगातार इस समस्या को उठा रहे थे। उन्होंने कहा कि हर साल 50 लाख रुपए से अधिक का नुकसान होता था। जिलाधिकारी के संज्ञान लेने के बाद ही यह अभियान शुरू हो सका है। इस संदर्भ में एक प्रासंगिक आवेदन के आलोक में सूचित किया गया है कि गैर-वन क्षेत्रों में नीलगाय (घोड़परास) और जंगली सूअरों के शिकार के लिए पंचायत के मुखिया को अधिकृत किया गया है। मुखिया किसानों के लिखित आवेदन प्राप्त कर अपने स्तर पर आखेटक (शूटर) से संपर्क कर नीलगाय और जंगली सूअरों का शिकार करवा सकते हैं। नवादा में नीलगाय (घोड़परास) के आतंक से किसानों को हो रहे भारी नुकसान के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की है। महुली पंचायत में नीलगाय को गोली मारकर मारने का अभियान चलाया गया, जिसमें 10 से 15 नीलगायों को मार गिराया गया है। स्थानीय किसानों के अनुसार, नीलगाय हर साल उनकी फसलों को भारी क्षति पहुंचाती थीं। महुली पंचायत में प्रतिवर्ष 50 लाख रुपये से अधिक की फसल बर्बाद हो रही थी, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा था। इस समस्या को लेकर महुली पंचायत के मुखिया विपिन सिंह ने पंचायती राज पदाधिकारी को एक आवेदन दिया था। उन्होंने जिलाधिकारी से भी मुलाकात की, जिसके बाद जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया और कार्रवाई के निर्देश दिए। 15 नीलगायों को मारा गोली वन विभाग के मगध क्षेत्र के शूटर मोहम्मद कायम अख्तर को इस कार्य के लिए बुलाया गया। उन्होंने महुली पंचायत के कई स्थानों पर 50 से अधिक नीलगायों के झुंड देखे। इसके बाद लगातार गोलीबारी कर लगभग 10 से 15 नीलगायों को मार गिराया गया। मारे गए जानवरों को मौके पर ही दफना दिया गया। शूटर मोहम्मद कायम अख्तर ने बताया कि नीलगाय किसानों को भारी नुकसान पहुंचा रही हैं। उन्होंने अन्य ग्राम पंचायतों के मुखियाओं को भी सलाह दी कि जहां फसलें बर्बाद हो रही हैं, वे अधिकारियों से संपर्क कर नीलगाय को शूट करवा सकते हैं। गांव में गोलीबारी के दौरान ग्रामीणों से घरों से बाहर न निकलने की अपील की गई, क्योंकि गोली की रेंज काफी दूर तक होती है। हर साल 50 लाख का होता है नुकसान मुखिया प्रतिनिधि टोनी सिंह ने बताया कि उनके पिता, मुखिया विपिन सिंह, लगातार इस समस्या को उठा रहे थे। उन्होंने कहा कि हर साल 50 लाख रुपए से अधिक का नुकसान होता था। जिलाधिकारी के संज्ञान लेने के बाद ही यह अभियान शुरू हो सका है। इस संदर्भ में एक प्रासंगिक आवेदन के आलोक में सूचित किया गया है कि गैर-वन क्षेत्रों में नीलगाय (घोड़परास) और जंगली सूअरों के शिकार के लिए पंचायत के मुखिया को अधिकृत किया गया है। मुखिया किसानों के लिखित आवेदन प्राप्त कर अपने स्तर पर आखेटक (शूटर) से संपर्क कर नीलगाय और जंगली सूअरों का शिकार करवा सकते हैं।  

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