गोपालगंज के विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जमुनिया गांव के समीप गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब सड़क किनारे एक नवविवाहिता का शव संदिग्ध हालत में बरामद किया गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल, गोपालगंज भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी। मृतका की पहचान विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मठिहनिया गांव निवासी अमित चौबे की 28 वर्षीय पत्नी अंशु कुमारी के रूप में की गई है। मायके पक्ष ने लगाया दहेज हत्या का आरोप घटना के बाद मृतका के मायके वालों में आक्रोश फैल गया है। मायके पक्ष ने अंशु के पति पर पांच लाख रुपए दहेज नहीं देने के कारण हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि अंशु की पीट-पीटकर हत्या की गई है और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को सड़क किनारे फेंक दिया गया। दो साल पहले हुई थी शादी मृतका के पिता कौशल किशोर तिवारी, जो कुचायकोट थाना क्षेत्र के भठवां रूप गांव के निवासी हैं, ने बताया कि करीब दो साल पहले उन्होंने अपनी बेटी अंशु की शादी विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मठिहनिया गांव निवासी दीनानाथ चौबे के बेटा अमित चौबे के साथ धूमधाम से की थी। शादी के शुरुआती कुछ महीनों तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद अंशु को प्रताड़ित किया जाने लगा। दहेज में पांच लाख रुपए की मांग परिजनों के अनुसार, अंशु की आंखों से दिव्यांग होने के कारण उसका पति उसे मन से स्वीकार नहीं करता था। इसी बात को लेकर वह अक्सर अंशु के साथ मारपीट करता और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। साथ ही दहेज में पांच लाख रुपए की मांग करता था। मायके वालों ने कई बार समझाने-बुझाने की कोशिश की, लेकिन हालात नहीं बदले। रात से लापता, सुबह मिली मौत की खबर परिजनों ने बताया कि बुधवार की देर रात से अंशु घर से लापता थी। इस संबंध में उसके पति अमित चौबे ने मायके वालों को सूचना दी कि अंशु घर से कहीं चली गई है। सूचना मिलने पर मायके पक्ष के लोग ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्हें जानकारी मिली कि अंशु का शव जमुनिया गांव के पास सड़क किनारे मिला है। जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो अपनी बेटी का शव देखकर उनके होश उड़ गए। पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव घटना की सूचना मिलते ही विश्वंभरपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने घटनास्थल की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है। एफएसएल टीम ने की जांच थानाध्यक्ष हेमंत कुमार ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम को भी बुलाया गया। एफएसएल टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्रित किए हैं। पुलिस सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही है। एक व्यक्ति हिरासत में, पूछताछ जारी थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला दहेज से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। इस मामले में एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए थाना लाया गया है। मृतका के पति और ससुराल पक्ष की भूमिका की गहन जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों को लेकर स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी। परिवार में मातम, न्याय की मांग अंशु की मौत से उसके मायके और ससुराल दोनों जगह मातम पसरा हुआ है। मायके वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि यदि समय रहते उनकी शिकायतों पर ध्यान दिया गया होता, तो शायद आज अंशु जिंदा होती। पुलिस ने दिया निष्पक्ष जांच का भरोसा पुलिस प्रशासन ने परिजनों को निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। थानाध्यक्ष हेमंत कुमार ने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। यह घटना एक बार फिर समाज में दहेज प्रथा और महिलाओं के प्रति हिंसा की गंभीर सच्चाई को उजागर करती है। अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच और आने वाली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे अंशु कुमारी की मौत के पीछे का सच सामने आ सके। गोपालगंज के विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत जमुनिया गांव के समीप गुरुवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब सड़क किनारे एक नवविवाहिता का शव संदिग्ध हालत में बरामद किया गया। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल, गोपालगंज भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी। मृतका की पहचान विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मठिहनिया गांव निवासी अमित चौबे की 28 वर्षीय पत्नी अंशु कुमारी के रूप में की गई है। मायके पक्ष ने लगाया दहेज हत्या का आरोप घटना के बाद मृतका के मायके वालों में आक्रोश फैल गया है। मायके पक्ष ने अंशु के पति पर पांच लाख रुपए दहेज नहीं देने के कारण हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि अंशु की पीट-पीटकर हत्या की गई है और साक्ष्य मिटाने के लिए शव को सड़क किनारे फेंक दिया गया। दो साल पहले हुई थी शादी मृतका के पिता कौशल किशोर तिवारी, जो कुचायकोट थाना क्षेत्र के भठवां रूप गांव के निवासी हैं, ने बताया कि करीब दो साल पहले उन्होंने अपनी बेटी अंशु की शादी विश्वंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मठिहनिया गांव निवासी दीनानाथ चौबे के बेटा अमित चौबे के साथ धूमधाम से की थी। शादी के शुरुआती कुछ महीनों तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन इसके बाद अंशु को प्रताड़ित किया जाने लगा। दहेज में पांच लाख रुपए की मांग परिजनों के अनुसार, अंशु की आंखों से दिव्यांग होने के कारण उसका पति उसे मन से स्वीकार नहीं करता था। इसी बात को लेकर वह अक्सर अंशु के साथ मारपीट करता और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। साथ ही दहेज में पांच लाख रुपए की मांग करता था। मायके वालों ने कई बार समझाने-बुझाने की कोशिश की, लेकिन हालात नहीं बदले। रात से लापता, सुबह मिली मौत की खबर परिजनों ने बताया कि बुधवार की देर रात से अंशु घर से लापता थी। इस संबंध में उसके पति अमित चौबे ने मायके वालों को सूचना दी कि अंशु घर से कहीं चली गई है। सूचना मिलने पर मायके पक्ष के लोग ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्हें जानकारी मिली कि अंशु का शव जमुनिया गांव के पास सड़क किनारे मिला है। जब वे घटनास्थल पर पहुंचे तो अपनी बेटी का शव देखकर उनके होश उड़ गए। पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव घटना की सूचना मिलते ही विश्वंभरपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने घटनास्थल की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है। एफएसएल टीम ने की जांच थानाध्यक्ष हेमंत कुमार ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीम को भी बुलाया गया। एफएसएल टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्रित किए हैं। पुलिस सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच कर रही है। एक व्यक्ति हिरासत में, पूछताछ जारी थानाध्यक्ष ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला दहेज से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। इस मामले में एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए थाना लाया गया है। मृतका के पति और ससुराल पक्ष की भूमिका की गहन जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों को लेकर स्थिति और स्पष्ट हो सकेगी। परिवार में मातम, न्याय की मांग अंशु की मौत से उसके मायके और ससुराल दोनों जगह मातम पसरा हुआ है। मायके वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। परिजनों का कहना है कि यदि समय रहते उनकी शिकायतों पर ध्यान दिया गया होता, तो शायद आज अंशु जिंदा होती। पुलिस ने दिया निष्पक्ष जांच का भरोसा पुलिस प्रशासन ने परिजनों को निष्पक्ष और सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। थानाध्यक्ष हेमंत कुमार ने कहा कि मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। यह घटना एक बार फिर समाज में दहेज प्रथा और महिलाओं के प्रति हिंसा की गंभीर सच्चाई को उजागर करती है। अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच और आने वाली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट पर टिकी हैं, जिससे अंशु कुमारी की मौत के पीछे का सच सामने आ सके।


