बैतूल। जनपद पंचायत गबन प्रकरण में बैतूल पुलिस को एक और सफलता मिली है। मामा द्वारा किए गए घोटाले की राशि से मामा द्वारा किए गए घोटाले की राशि से भांजे ने खरीदी 25 लाख रुपए की एक एकड़ जमीन
एक एकड़ जमीन खरीदने और मुख्य आरोपी को पुलिस गिरफ्तारी से बचाने में सहयोग करने वाले आरोपी आशीष बिसेन पिता नंदलाल बिसेन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जारी प्रेस नोट के अनुसार, थाना चिचोली के अपराध क्रमांक 163/25 में फरार मुख्य आरोपी राजेन्द्र परिहार को संरक्षण देने तथा गबन की राशि के उपयोग का खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि आशीष बिसेन, मुख्य आरोपी राजेन्द्र परिहार का रिश्ते में मामा है और भोपाल के ऐशबाग थाना क्षेत्र के नवीन नगर में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई कर रहा था।
दिनांक 17 मार्च 2025 को राजेन्द्र परिहार अपनी पत्नी अंशु पटले के साथ आशीष के कमरे में छिपा था। इसी दौरान उसने आशीष को बताया कि पुलिस उसे गिरफ्तार कर सकती है। बाद में राजेन्द्र परिहार, आशीष का मोबाइल फोन अपने साथ लेकर चला गया। इसके बाद आशीष ने नया सिम कार्ड लिया और अपने मामा को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन, भोपाल तक पहुंचाया। इस प्रकार उसने पुलिस कार्रवाई से बचने में सहयोग किया।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आशीष बिसेन ने अपने मामा की मदद से जनपद पंचायत की गबन राशि का उपयोग कर ग्राम बोटेझरी, जिला बालाघाट में करीब 01 एकड़ भूमि 25 लाख रुपए में खरीदी।
जांच के अनुसार—
15 लाख रुपए राजेन्द्र परिहार के मित्र युगेन्द्र राहंगडाले उर्फ दीपक से प्राप्त किए गए।
10 लाख रुपए सरोज वाराविसनी के बैंक खाते के माध्यम से भुगतान किए गए।
यह राशि गबन से संबंधित पाई गई है।
आरोपी आशीष बिसेन को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया गया है। मामले में अन्य बिंदुओं पर विवेचना जारी है।
इस कार्रवाई में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी मयंक तिवारी, थाना प्रभारी देवकरन डेहरिया, थाना प्रभारी रवि शाक्य, उप निरीक्षक दिलीप यादव, आरक्षक प्रवेश, मनीष तथा साइबर सेल से आरक्षक बलराम शामिल रहे।
मामा द्वारा किए गए घोटाले की राशि से भांजे ने खरीदी 25 लाख रुपए की एक एकड़ जमीन


