नवादा के जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश ने देर रात सड़कों पर निकलकर ठंड से बचाव की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने नए और पुराने रेलवे स्टेशन परिसर में जरूरतमंदों, वृद्धजनों, विधवाओं और दिव्यांग व्यक्तियों के बीच कंबल वितरित किए।इस दौरान डीएम ने अलाव की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। उनके इस कार्य की लोगों ने सराहना की। जिला पदाधिकारी ने प्रभारी सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग को असहाय वृद्वजनों को वृद्धाश्रम में रहने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। वृद्वजनों को समझा-बुझाकर वृद्धाश्रम में रखने की व्यवस्था डीएम ने निर्देशित किया कि नगर परिषद की एक टीम के साथ चिह्नित वृद्वजनों को समझा-बुझाकर वृद्धाश्रम में रखने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह कार्य अगले दिन किया जाएगा। कंबल वितरण कार्यक्रम में प्रभारी सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग अमरनाथ कुमार भी मौजूद रहे और उन्होंने भी लाभार्थियों को कंबल बांटे। जिला प्रशासन लगातार कर रही निगरानी उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में कमजोर और असहाय वर्गों को राहत पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकताओं में शामिल है। जिला प्रशासन द्वारा शीतलहर के मद्देनजर निरंतर निगरानी की जा रही है तथा राहत एवं पुनर्वास संबंधी कार्य किए जा रहे हैं, ताकि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति शीतलहर से प्रभावित न हो। नवादा के जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश ने देर रात सड़कों पर निकलकर ठंड से बचाव की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने नए और पुराने रेलवे स्टेशन परिसर में जरूरतमंदों, वृद्धजनों, विधवाओं और दिव्यांग व्यक्तियों के बीच कंबल वितरित किए।इस दौरान डीएम ने अलाव की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। उनके इस कार्य की लोगों ने सराहना की। जिला पदाधिकारी ने प्रभारी सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग को असहाय वृद्वजनों को वृद्धाश्रम में रहने के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। वृद्वजनों को समझा-बुझाकर वृद्धाश्रम में रखने की व्यवस्था डीएम ने निर्देशित किया कि नगर परिषद की एक टीम के साथ चिह्नित वृद्वजनों को समझा-बुझाकर वृद्धाश्रम में रखने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यह कार्य अगले दिन किया जाएगा। कंबल वितरण कार्यक्रम में प्रभारी सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग अमरनाथ कुमार भी मौजूद रहे और उन्होंने भी लाभार्थियों को कंबल बांटे। जिला प्रशासन लगातार कर रही निगरानी उन्होंने बताया कि ठंड के मौसम में कमजोर और असहाय वर्गों को राहत पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकताओं में शामिल है। जिला प्रशासन द्वारा शीतलहर के मद्देनजर निरंतर निगरानी की जा रही है तथा राहत एवं पुनर्वास संबंधी कार्य किए जा रहे हैं, ताकि कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति शीतलहर से प्रभावित न हो।


