पटना के समाहरणालय परिसर में आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कहा कि आज के इन्फॉर्मेशन ओवरलोड के समय में मीडिया की जिम्मेदारी पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। प्रशासन और मीडिया एक-दूसरे के पूरक हैं और स्वस्थ समाज के निर्माण में मीडिया की अहम भूमिका है। जिलाधिकारी ने भारतीय प्रेस परिषद द्वारा दिए गए थीम “सेफगार्डिंग प्रेस क्रेडिबिलिटी अमिड्स्ट राइजिंग मिस इन्फॉर्मेशन” का जिक्र करते हुए कहा कि गलत सूचनाओं के बीच जनता का भरोसा बनाए रखना बहुत जरूरी है। गलत सूचना को बिल्कुल भी प्लेटफॉर्म नहीं मिलना चाहिए। मीडिया केवल सही और सत्यापित जानकारी जनता तक पहुंचाए। सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के कारण खबरें बहुत तेजी से फैलती हैं, ऐसे में सतर्कता बेहद आवश्यक है। डीएम ने कहा कि कई बार सोशल मीडिया के निजी अकाउंट से गलत खबरें फैल जाती हैं, जिससे जनता भ्रमित होती है और इसका असर बच्चों-युवाओं पर भी पड़ता है। इसलिए मिस इन्फॉर्मेशन को रोकना समय की मांग है। आपके सुझाव से हमें बेहतर काम करने में मदद मिलती है जिलाधिकारी ने आगे कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान मीडिया ने बेहद जिम्मेदारी के साथ काम किया है। प्रशासन हमेशा कोशिश करता है कि सही जानकारी समय पर मीडिया तक पहुंच जाए, ताकि किसी तरह की अफवाह न फैले। मीडिया में बहुत प्रतिस्पर्धा है, लेकिन तेजी के साथ-साथ पुष्टि भी जरूरी है। बिना पुष्टि के किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। प्रशासन और मीडिया दोनों का उद्देश्य जनहित को बढ़ावा देना है। पटना के समाहरणालय परिसर में आज राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने कहा कि आज के इन्फॉर्मेशन ओवरलोड के समय में मीडिया की जिम्मेदारी पहले से कहीं अधिक बढ़ गई है। प्रशासन और मीडिया एक-दूसरे के पूरक हैं और स्वस्थ समाज के निर्माण में मीडिया की अहम भूमिका है। जिलाधिकारी ने भारतीय प्रेस परिषद द्वारा दिए गए थीम “सेफगार्डिंग प्रेस क्रेडिबिलिटी अमिड्स्ट राइजिंग मिस इन्फॉर्मेशन” का जिक्र करते हुए कहा कि गलत सूचनाओं के बीच जनता का भरोसा बनाए रखना बहुत जरूरी है। गलत सूचना को बिल्कुल भी प्लेटफॉर्म नहीं मिलना चाहिए। मीडिया केवल सही और सत्यापित जानकारी जनता तक पहुंचाए। सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के कारण खबरें बहुत तेजी से फैलती हैं, ऐसे में सतर्कता बेहद आवश्यक है। डीएम ने कहा कि कई बार सोशल मीडिया के निजी अकाउंट से गलत खबरें फैल जाती हैं, जिससे जनता भ्रमित होती है और इसका असर बच्चों-युवाओं पर भी पड़ता है। इसलिए मिस इन्फॉर्मेशन को रोकना समय की मांग है। आपके सुझाव से हमें बेहतर काम करने में मदद मिलती है जिलाधिकारी ने आगे कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान मीडिया ने बेहद जिम्मेदारी के साथ काम किया है। प्रशासन हमेशा कोशिश करता है कि सही जानकारी समय पर मीडिया तक पहुंच जाए, ताकि किसी तरह की अफवाह न फैले। मीडिया में बहुत प्रतिस्पर्धा है, लेकिन तेजी के साथ-साथ पुष्टि भी जरूरी है। बिना पुष्टि के किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचना चाहिए। प्रशासन और मीडिया दोनों का उद्देश्य जनहित को बढ़ावा देना है।


