नागौर. पशुपालन, डेयरी, मत्स्य एवं गोपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा सोमवार को नागौर पहुंचे। यहां सर्किट हाउस में हुई अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कहा कि राज्य में निराश्रित गोवंशों की समस्या को गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस संकट से निपटने के लिए दो महत्वपूर्ण योजनाएं तैयार की गई हैं। इसी के चलते राज्य में 1 लाख 73 हजार से ज्यादा निराश्रित गोवंशों को गोशालाओं में भिजवाया गया है। सडक़ों पर निराश्रित गोवंशों का भटकना एक समस्या बन गया है। इसके समाधान के लिए दो योजनाएं बनाई गई है। सइमें पहली योजना के तहत निराश्रित गोवंशों को पकड़े जाने के बाद स्थानीय गोशालाओं में भिजवाना। यह एक सतत प्रक्रिया है। अब पहले की अपेक्षा अनुदान भी प्रति पशु ज्यादा दिया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश भर में काम भी किया जा रहा है। डॉ. शर्मा ने यह भी कहा कि मुख्य सचिव के माध्यम से जिला कलेक्टरों को पत्र भेजकर नंदियों के प्रबंधन के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। इसकी सख्ती से पालना कराने के लिए कहा गया है। इससे न केवल राज्य की पशुपालन स्थिति को सुधारने के लिए हैं, बल्कि इससे किसानों और पशुपालकों की भलाई भी सुनिश्चित होगी।
सेक्स सार्टेड सीमेन तकनीक से भी लगेगी लगाम
शासन सचिव डॉ. शर्मा ने बताया कि अब सेक्स सार्टेड सीमेन तकनीक का उपयोग करके बछडियों की संख्या बढ़ाने की योजना है। इस तकनीक के तहत 12 लाख डोज सेक्स सार्टेड सीमेन विभाग को जल्द ही उपलब्ध कराई जाएगी। इस तकनीकी में 90 प्रतिशत बछडियों के जन्म की संभावना रहती है। पहले ही दो लाख डोज मिल चुकी हैं। विभाग को जल्द ही 10 लाख डोज और उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान पशुपालन के संयुक्त निदेशक डॉ. महेश कुमार मीणा ने बताया कि इस योजना के तहत नागौर को 25,000 डोज की मांग की गई है। इस उपाय से न केवल बछडियों की संख्या बढ़ेगी बल्कि दुग्ध उत्पादन में भी वृद्धि होगी। इससे निराश्रित गोवंशों के भटकने के मामले में भी कुछ हद तक लगाम लग सकेगी।
पशु मेले में बिक्री और कड़ी कार्रवाई
पशु मेले से बेचे गए पशुओं के बाहर जाने पर पूछे गए सवाल पर डॉ. शर्मा ने कहा कि यदि वैध दस्तावेज़ होने के बावजूद किसी को रोकने की कोशिश की जाती है, तो यह गलत है। ऐसे मामलों में पहले ही कार्रवाई की गई है और आगे भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
सरस डेयरी का निरीक्षण
इसके पूर्व डॉ. शर्मा ने सरस डेयरी का भी निरीक्षण किया और दुग्ध उत्पादन की प्रक्रिया की जानकारी ली। इसके बाद बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय का भी दौरा किया, जहां दवाओं की व्यवस्था और अन्य सुविधाओं की समीक्षा की। इस दौरान डॉ. शर्मा ने महावीर गोशाला और हनुमान गोशाला का भी निरीक्षण किया, जहां नए दरवाजों का निर्माण किया गया है। उन्होंने इन गोशालाओं की व्यवस्था और पशुओं के रख-रखाव का जायजा लिया।
समाजसेवी संगठनों से मुलाकात
शाम को विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों और गोशाला संचालकों ने डॉ. शर्मा से मुलाकात की और अपने समक्ष उपस्थित समस्याओं को उठाया। उन्होंने समस्या के समाधान के लिए शासन सचिव से आग्रह किया। इस दौरान सर्किट हाउस में रामप्रकाश बिशु ने डॉ. समित शर्मा को तस्वीर भेंट कर उनका स्वागत किया। इस मौके पर पद्मश्री हिम्मताराम भाम्बू, सांई सेवा समिति के अध्यक्ष परमाराम जाखड़, समाजसेवी रामप्रकाश बिशु, भामाशाह कृपाराम देवड़ा, एडवोकेट प्रकाश राड़, नृत्यगोपाल मित्तल, हरिराम धारणिया सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।


