छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने पर सोमवार को ‘जनादेश परब’ का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कांग्रेस सरकार पर नक्सलवाद के साथ समझौता करने का आरोप लगाया जबकि मोदी सरकार ने इसका डटकर मुकाबला किया। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नड्डा के बयानों पर कड़ा हमला किया और कहा कि झीरम घाटी हमले में शहीद नेताओं का अपमान किया जा रहा है। भाजपा सरकार के दो साल पूरे होने पर जांजगीर के पुलिस ग्राउंड में ‘जनादेश परब’ कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा शामिल हुए। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए विभिन्न विकास कार्यों की प्रदर्शनियों का निरीक्षण किया। मंच पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने अजगर माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को गृह प्रवेश की चाबियां भी सौंपी गईं। नड्डा ने नक्सलवाद को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा केंद्रीय मंत्री नड्डा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दो साल पहले चुनाव प्रचार में भी वे इस क्षेत्र आए थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को एकतरफा जीत मिली, क्योंकि कांग्रेस की पिछली सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई थी और अपने वादे पूरे नहीं कर पाई थी। नक्सलवाद के साथ समझौता करने वाली सरकार को जनता ने उखाड़ फेंका और कमल खिलाया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस की संस्कृति बदली है। जो कहा था, वह किया, जो नहीं कहा था वह भी पूरा किया। जेपी नड्डा ने विष्णु देव साय और उनकी टीम को बधाई दी और बताया कि यह सरकार गरीब, मजदूर और वंचितों के लिए काम कर रही है। जेपी नड्डा ने कहा कि नक्सलवाद को खत्म करने का बीड़ा गृह मंत्री विजय शर्मा ने उठाया। झीरम घाटी की घटना में साजिश हुई थी, लेकिन कांग्रेस सरकार नक्सलियों से दोस्ती करती थी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और विष्णु देव की सरकार ने इसका डटकर मुकाबला किया। इसके अलावा, अटल नगर और बिलासपुर स्मार्ट सिटी बनाए गए हैं, जांजगीर-चांपा और दंतेवाड़ा में मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं और दंतेवाड़ा अब नक्सलवाद मुक्त है। सीएम साय ने दो साल की उपलब्धियां गिनाईं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने उद्बोधन में छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जनता ने भारतीय जनता पार्टी को आशीर्वाद देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर आधारित सरकार को सत्ता में लाया है। मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार पिछले दो वर्षों में जनता के भरोसे पर खरा उतरने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री साय ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उनके पांच साल के कार्यकाल में पूरे छत्तीसगढ़ को ‘अपराध गढ़’ बना दिया गया था। उन्होंने भ्रष्टाचार के मामलों का भी जिक्र किया, जिसमें पीएससी घोटाला शामिल था, और कहा कि उनके नेताओं का जेल जाना तय है और उनके रिश्तेदार भी दंडित हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि किसानों और 70 लाख से अधिक माताओं-बहनों को महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने एक हजार रुपये भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री मोदी की सभी गारंटियों और अपने वादों को पूरा करने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि जहां पहले नक्सलवाद एक बड़ी चुनौती थी, वहीं अब डबल इंजन की सरकार की मदद से मार्च 2026 तक इसे समाप्त करने की दिशा में काम चल रहा है। उन्होंने नई उद्योग नीति की भी सराहना की, जिसके तहत एक साल में 8 लाख करोड़ रुपये के समझौता ज्ञापनों (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि ‘विजन डॉक्यूमेंट 2047’ तैयार किया गया है। पूर्व सीएम बघेल ने जेपी नड्डा पर किया पलटवार वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के झीरम कांड और नक्सल समस्या को लेकर लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया है। उन्होंने एक्स पर तंज कसते हुए लिखा- झूठ का ‘अड्डा’ जे पी ‘नड्डा’। बघेल ने आगे लिखा- आज फिर एक बार छत्तीसगढ़ आकर भाजपा के ‘पर्ची’ राष्ट्रीय अध्यक्ष ने झीरम की घटना में अपनी जान गंवाने वाले शहीदों का अपमान किया है। सबसे पहले तो एनआईए सहित सुरक्षा एजेंसियों को जेपी नड्डा जी से पूछताछ कर उनके दावों के सबूत मांगने चाहिए। जेपी नड्डा जी! नक्सलियों के हमले में हमने अपने नेताओं की जान गंवाई है. आप सांठगांठ का आरोप लगाकर उनकी शहादत का अपमान कर रहे हैं। बघेल ने नक्सल समस्या को लेकर केंद्रीय मंत्री नड्डा से सवाल पूछे। जिसमें उन्होंने पूछा- आपको बताना चाहिए:
– प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय जब हम चाहते थे कि नक्सली हमले के पीछे षड्यंत्रकारी कौन है, उसका पता लगे।
तब आप अदालतों में याचिका लगवाकर जाँच को क्यों रोक रहे थे? आप क्यों नहीं षड्यंत्रकारियों का पता चलने देना चाहते थे? – आप बताइए कि अब झीरम के कथित हमलावर हिरासत में हैं तो उनसे षडयंत्र के बारे में पूछताछ होगी? आप नक्सलियों से लड़िए, यह हम सब चाहते हैं. आज जिस रास्ते पर चलकर नक्सलवाद सिकुड़ रहा है, वह रास्ता कांग्रेस की सरकार ने ही तैयार किया है. लेकिन आप उसे दरकिनार क्यों करना चाहते हैं? 15 साल आपकी सरकार रही तब आपने नक्सलवाद खत्म क्यों नहीं किया? तब तो नक्सली जनसंहार कर रहे थे. आदिवासियों को मार रहे थे. 700 गांव खाली हो गए थे। और डॉ रमन सिंह जी तो सुरक्षा सलाहकार केपीएस गिल से कह रहे कि वेतन लो और मौज करो!


