खरना का प्रसाद बनाने के लिए गंगाजल लाने गए छठव्रती जाम में फंस गए। सुबह से ही कुर्जी घाट, 83 नंबर, 88 नंबर, जनार्दन घाट, दीघा घाट, नेहरू घाट और नीति घाट समेत आसपास के घाटों पर रुक-रुककर जाम लगता रहा। 10 बजे से दोपहर तक इन घाटों के आसपास के अलावा गांधी मैदान, जेपी गंगा पथ, जेपी सेतु, अटल पथ पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इसका असर अशोक राजपथ पर भी पड़ा। जेपी सेतु गोलंबर, एनआईटी मोड़, दीघा मोड़, गांधी मैदान और आयुक्त कार्यालय के पास वाहनों को रोक-रोक कर छोड़ा गया। 15 मिनट का सफर तय करने में 2 घंटे का समय लगा। दोपहर के बाद वाहनों का दबाव कम होने पर ट्रैफिक ने रफ्तार पकड़ी। खरना का प्रसाद बनाने के लिए गंगाजल लाने गए छठव्रती जाम में फंस गए। सुबह से ही कुर्जी घाट, 83 नंबर, 88 नंबर, जनार्दन घाट, दीघा घाट, नेहरू घाट और नीति घाट समेत आसपास के घाटों पर रुक-रुककर जाम लगता रहा। 10 बजे से दोपहर तक इन घाटों के आसपास के अलावा गांधी मैदान, जेपी गंगा पथ, जेपी सेतु, अटल पथ पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इसका असर अशोक राजपथ पर भी पड़ा। जेपी सेतु गोलंबर, एनआईटी मोड़, दीघा मोड़, गांधी मैदान और आयुक्त कार्यालय के पास वाहनों को रोक-रोक कर छोड़ा गया। 15 मिनट का सफर तय करने में 2 घंटे का समय लगा। दोपहर के बाद वाहनों का दबाव कम होने पर ट्रैफिक ने रफ्तार पकड़ी।


