नगर निगम भीषण सर्दी से लोगों को बचाने के लिए शहर भर में अलाव जलाकर राहत पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन नगर निगम के ठेकेदार ही उनके इस अभियान को ठेंगा दिखा रहे हैं। यह बात नगर निगम की कार्रवाई में ही सामने आई है। निगम ने लकड़ी सप्लार्इ करने वाली कार्यदायी संस्था पर कार्रवाई की है। यह सभी शहर में अलाव जलाने के लिए गीली लकड़ी सप्लार्इ कर रहे थे। गीली लकड़ी के कारण अलाव जल नहीं पाते थे और सर्दी में ठिठुरते लोगों को परेशानी हो रही थी। मामले की शिकायत निगम से की गई थी। निगम ने फर्म को नोटिस जारी किए गए थे, लेकिन इन्होंने सुधार नहीं किया। शहर में डाल रहे थे गीली लकड़ी नगर निगम हर साल की तरह इस बार भी शहर के विभिन्न चौराहों, गली-मुहल्ले में अलाव की व्यवस्था कर रहा है। जिससे भीषण सर्दी में रात को निकलने वाले राहगीरों और निराश्रितों को सर्दी से बचाया जा सके। इसके लिए हर दिन चिन्हित स्थानों पर सूखी लकड़ी डालकर अलाव की व्यवस्था कराई जाती है। लेकिन नगर निगम के चार ठेकेदार सूखी लकड़ी के बजाय लगातार गीली लकड़ी सप्लाई कर रहे थे। इसकी शिकायत नगर निगम को की गई थी। निगम ने जांच की थी, इसमें इस बात की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद लापरवाही करने वाली संस्थाओं को नोटिस जारी करके अल्टीमेटम दिए गए थे। नोटिस मिलने के बाद भी संस्था लगातार लापरवाही कर रही थी। दो नोटिस मिले, फिर भी नहीं सुधरे नगर निगम ने गीली लकड़ी की शिकायत मिलने पर मेसर्स मां भगवती कांस. एंड सप्लायर पर 3 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इस संस्था के पास जोन-2, जोन-3, जोन-4 और जोन-6 के चिन्हित स्पॉट पर अलाव के लिए सूखी लकड़ी सप्लाई करने का ठेका है। लेकिन संस्था लगातार गीली लकड़ी चौराहों पर डाल रही थी। लकड़ी गीली होने के कारण अलाव नहीं जल पा रहे थे और लोगों को परेशान होना पड़ रहा था। नगर निगम के अधिशासी अभियंता ने लापवाही करने के मामले में चारों जोन में लापवाही के लिए 75-75 हजार का जुर्माना लगाया है। संस्था को कुल 3 लाख का जुर्माना लगाया गया है। अब किए जाएंगे ब्लैक लिस्ट नगर निगम के एक्सईएन दिवाकर भास्कर ने बताया कि लापरवाही करने और अलाव के लिए गीली लकड़ी सप्लाई करने के मामले में संस्था पर जोनवार जुर्माना लगाया गया है। संस्था पर कुल 3 लाख का जुर्माना लगाया गया है। इसके बाद भी लापरवाही की गई तो संस्था को ब्लैक लिस्ट करके हुए नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।


