Mukhyamantri Dugdh Sambal Yojana : बांसवाड़ा में अक्टूबर में प्रारंभ मुख्यमंत्री दूध संबल योजना से बांसवाड़ा-डूंगरपुर जिलों के किसानों को लाभ नहीं मिल रहा। बांसवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की 212 समितियों के सूचीबद्ध किसानों के नाम से 5 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से राशि राज्य सरकार से तो आ रही है, लेकिन वह बैंक और संघ के कामकाजी समन्वय के अभाव में किसानों के खातों में नहीं पहुंच रहा।
ताज्जुब यह कि मामला कई बार जिला प्रशासन तक भी पहुंचा। अब तो कलक्टर, संघ के प्रशासक भी बन चुके हैं। बावजूद इसके, किसान अपने हक के लिए चक्कर लगा रहे हैं। गौरतलब है कि योजना के तहत सरकार की ओर से किसानों को 5 रुपए प्रति लीटर देने की शुरुआत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गत 13 अक्टूबर को जयपुर में बटन दबाकर पैसे रिलीज करते हुए किया था।
यह है दिक्कत….
सूत्र बताते हैं दुग्ध संघ से पंजीकृत किसानों के विभिन्न बैंकों में खाते हैं, जिनके डेटा संघ की ओर से ऑनलाइन अपलोड किए गए। इनमें जिन 800 सदस्यों के खाता नंबर और डिटेल्स भेजी गई, उनके खाते राजस्थान ग्रामीण बैंक के पुराने थे। राजस्थान बड़ौदा ग्रामीण बैंक में नए खाता नंबर की शीट कॉपी-पेस्ट करने में चूक हो गई। नतीजे में करीब 300 खातों के नंबर गलत फीड हो गए और पैसा उन खातों में चला गया, जो खाते अभी ही काम कर रहे हैं।
रिकवरी कराई लेकिन…
इसकी जानकारी पर खाते होल्ड करवाकर जमाशुदा पैसा रिटर्न भी कराया गया। रिकवरी भी हो गई, लेकिन वह पैसा वापस सही खातों में डालने का काम अटका पड़ा है। इसके चलते किसानों को राशि नहीं मिल पा रही है।
जल्द होगा भुगतान
बैंक में कामकाजी गफलत से भुगतान में विलंब हुआ। अधिकांश किसानों तक पैसा पहुंच गया है। 300 किसानों के 24 लाख 23 हजार रुपए पड़े हैं। इस बारे में कलक्टर एवं प्रशासक को अवगत करा दिया है। जल्द भुगतान कराया जाएगा।
राजकुमार शर्मा प्रबंधक, बांसवाड़ा दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ


