मोतिहारी पुलिस ने अपहरण के एक फर्जी मामले का खुलासा किया है, जिसमें साइबर ठगों ने परिजनों से 50 हजार रुपए ठग लिए थे। पुलिस ने सोमवार की रात मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से लापता किशोर को सकुशल बरामद कर लिया है। यह मामला नगर थाना क्षेत्र के चांदमारी मोहल्ले से जुड़ा है। चांदमारी निवासी मो. आरिफ नामक किशोर के गुम होने की शिकायत शनिवार को परिजनों ने नगर थाना में दर्ज कराई थी। शिकायत मिलते ही नगर थाना पुलिस ने किशोर की तलाश शुरू कर दी। सदर डीएसपी दिलीप कुमार ने भी जांच में सक्रिय भूमिका निभाई। साइबर ठगों ने परिजन को दी धमकी परिजनों ने अपने स्तर पर किशोर की तस्वीर और मोबाइल नंबर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया था। इसी का फायदा उठाकर साइबर ठगों ने परिजनों को निशाना बनाया। ठगों ने वीडियो कॉल कर एक दूर खड़े बच्चे को दिखाते हुए दावा किया कि वहीं उनका बच्चा है और एक लाख रुपए नहीं देने पर उसकी हत्या करने की धमकी दी। डर के मारे परिजनों ने पुलिस को सूचित किए बिना यूपीआई के माध्यम से साइबर ठगों को 50 हजार रुपए भेज दिए। बाद में जब इसकी जानकारी डीएसपी दिलीप कुमार को मिली, तो उन्होंने तत्काल वैज्ञानिक तरीके से जांच शुरू कराई। जांच में सामने आया कि जिस खाते और मोबाइल नंबर पर रुपए भेजे गए थे, वह हैदराबाद का था। मुजफ्फरपुर स्टेशन से बच्चा सकुशल बरामद इससे पुलिस को स्पष्ट हो गया कि यह अपहरण नहीं, बल्कि साइबर ठगी का मामला है, क्योंकि इतनी कम समय में किशोर का हैदराबाद पहुंचना असंभव था। इसी बीच, सोमवार रात करीब 10 बजे परिजनों को फोन आया कि किशोर मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर है। सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस तत्काल मुजफ्फरपुर पहुंची और किशोर को सकुशल बरामद कर थाना ले आई। डीएसपी दिलीप कुमार ने बताया कि लोग इस तरह के साइबर अपराध का तेजी से शिकार हो रहे हैं। उन्होंने आम लोगों को सख्त हिदायत दी कि ऐसे किसी भी धमकी भरे कॉल को तुरंत पुलिस को सूचित करें और खुद से कोई भुगतान न करें। पुलिस किशोर से पूछताछ कर रही है कि वह वहां तक कैसे पहुंचा। आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज वहीं, साइबर ठगी करने वाले अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अलग से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। इस पूरी कार्रवाई में डीएसपी दिलीप कुमार के अलावा अपर थानाध्यक्ष चंदन कुमार, सतीश कुमार, कुमार चंदन सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। मोतिहारी पुलिस ने अपहरण के एक फर्जी मामले का खुलासा किया है, जिसमें साइबर ठगों ने परिजनों से 50 हजार रुपए ठग लिए थे। पुलिस ने सोमवार की रात मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से लापता किशोर को सकुशल बरामद कर लिया है। यह मामला नगर थाना क्षेत्र के चांदमारी मोहल्ले से जुड़ा है। चांदमारी निवासी मो. आरिफ नामक किशोर के गुम होने की शिकायत शनिवार को परिजनों ने नगर थाना में दर्ज कराई थी। शिकायत मिलते ही नगर थाना पुलिस ने किशोर की तलाश शुरू कर दी। सदर डीएसपी दिलीप कुमार ने भी जांच में सक्रिय भूमिका निभाई। साइबर ठगों ने परिजन को दी धमकी परिजनों ने अपने स्तर पर किशोर की तस्वीर और मोबाइल नंबर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया था। इसी का फायदा उठाकर साइबर ठगों ने परिजनों को निशाना बनाया। ठगों ने वीडियो कॉल कर एक दूर खड़े बच्चे को दिखाते हुए दावा किया कि वहीं उनका बच्चा है और एक लाख रुपए नहीं देने पर उसकी हत्या करने की धमकी दी। डर के मारे परिजनों ने पुलिस को सूचित किए बिना यूपीआई के माध्यम से साइबर ठगों को 50 हजार रुपए भेज दिए। बाद में जब इसकी जानकारी डीएसपी दिलीप कुमार को मिली, तो उन्होंने तत्काल वैज्ञानिक तरीके से जांच शुरू कराई। जांच में सामने आया कि जिस खाते और मोबाइल नंबर पर रुपए भेजे गए थे, वह हैदराबाद का था। मुजफ्फरपुर स्टेशन से बच्चा सकुशल बरामद इससे पुलिस को स्पष्ट हो गया कि यह अपहरण नहीं, बल्कि साइबर ठगी का मामला है, क्योंकि इतनी कम समय में किशोर का हैदराबाद पहुंचना असंभव था। इसी बीच, सोमवार रात करीब 10 बजे परिजनों को फोन आया कि किशोर मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर है। सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस तत्काल मुजफ्फरपुर पहुंची और किशोर को सकुशल बरामद कर थाना ले आई। डीएसपी दिलीप कुमार ने बताया कि लोग इस तरह के साइबर अपराध का तेजी से शिकार हो रहे हैं। उन्होंने आम लोगों को सख्त हिदायत दी कि ऐसे किसी भी धमकी भरे कॉल को तुरंत पुलिस को सूचित करें और खुद से कोई भुगतान न करें। पुलिस किशोर से पूछताछ कर रही है कि वह वहां तक कैसे पहुंचा। आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज वहीं, साइबर ठगी करने वाले अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अलग से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। इस पूरी कार्रवाई में डीएसपी दिलीप कुमार के अलावा अपर थानाध्यक्ष चंदन कुमार, सतीश कुमार, कुमार चंदन सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।


