बहराइच में घनश्याम गुप्ता के मामा के घर मुंडन था। घनश्याम अपनी मां और अपने दोनों बच्चे लेकर पहुंचे थे। उनकी मौसी भी अपने नातियों को लेकर आई थीं। कार्यक्रम खत्म हुआ। घनश्याम की मां रामजई ने कहा कि आज रात बहन के घर भरथापुर रह लेते हैं। कल घर चलेंगे। 29 अक्टूबर की शाम करीब 6 बजे का नाव घाट के किनारे लग गई। लहरें तेज थी। घनश्याम ने सबको नाव पर बैठाया, लेकिन खुद के लिए जगह नहीं बची। कई और लोग थे, वो नाव के दोबारा आने का इंतजार करने लगे। 22 लोग और 3 क्विंटल अनाज लेकर नाव आगे बढ़ी। घाट किनारे जैसे ही पहुंचने वाली थी, तभी नदी में टूटे एक पेड़ से टकरा गई और पलट गई। रात में एक महिला की बॉडी मिली। रामजई के रूप में हुई। घनश्याम की बेटी नीतू और बेटा ओमप्रकाश बह गए। घनश्याम अब घाट के किनारे बैठकर बिलख रहे हैं। देखिए पूरा VIDEO…


