मंगलवार को भगवान भास्कर की नगरी देव के साथ-साथ औरंगाबाद के सभी प्रखंडों में उगते सूर्य के अर्घ्य के साथ चार दिवसीय लोक उपासना का पर्व निष्ठा एवं आस्थापूर्वक धूमधाम से संपन्न हो गया। छठ पर्व के अंतिम दिन सुबह अर्घ्य को लेकर छठव्रती विभिन्न घाटों पर पहुंचे। और सूर्य की एक झलक पाने को उत्सुक दिखे। जैसे ही पूरब की तरफ अपनी आभा बिखेरी ढोल नगाड़ों एवं आतिशबाजियों से उनका व्रतियों ने जयकारा लगाकर स्वागत किया। इसके बाद प्रसाद से भरे सूप से अर्घ्य समर्पित किया और मनोवांछित फलों की प्राप्ति की कामना की। देव में भी जिला प्रशासन छठव्रतियों की सेवा एवं स्वागत के लिए पिछले चार दिनों से तत्पर रही और हर एक गतिविधि की निगरानी डीएम और एसपी सशरीर उपस्थित रहकर करते दिखे। अर्घ्य संपन्न होने के बाद व्रतियों ने जहां अपने अनुष्ठान को पूर्ण किया वही छठघाट पर प्रसाद का वितरण को लोगों से आशीर्वाद प्राप्त किया। जिलाधिकारी ने बताया कि इस बार 12 लाख से अधिक छठव्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य समर्पित किया। भास्कर नगर दोमुहान छठ घाट पर भी उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ इधर औरंगाबाद के भास्कर नगर सड़सा दोमुहान छठ घाट पर भी छठ महापर्व के अंतिम दिन उदयमान सूर्य को अर्थ देने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लगभग दो से तीन लाख की संख्या में श्रद्धालु दोमुहान छठ घाट पर पहुंचे तथा भगवान सूर्य को अर्ध्य अर्पित करने के बाद सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना कर मंगल कामना की। छठ पूजा के दौरान समिति के सदस्य तत्पर दिखे। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसका भरपूर ध्यान रखा गया। छठ पर्व शुरू होने के 1 महीना पहले से ही समिति द्वारा छठ घाटों की साफ सफाई सजावट आदि कार्य कराए गए थे। इसके साथ ही जिले के विभिन्न प्रखंडों में छठ पूजा धूमधाम से संपन्न हो गया। औरंगाबाद शहर के अदरी नदी छठ घाट, दाउदनगर के सोन नदी छठ घाट, देवकुंड स्थित सहस्त्र धारा तालाब, के अलावा गोह, हसपुरा, मदनपुर, बारुण और नबीनगर में धूमधाम के साथ चार दिवसीय छठ पर्व संपन्न हो गया। मंगलवार को भगवान भास्कर की नगरी देव के साथ-साथ औरंगाबाद के सभी प्रखंडों में उगते सूर्य के अर्घ्य के साथ चार दिवसीय लोक उपासना का पर्व निष्ठा एवं आस्थापूर्वक धूमधाम से संपन्न हो गया। छठ पर्व के अंतिम दिन सुबह अर्घ्य को लेकर छठव्रती विभिन्न घाटों पर पहुंचे। और सूर्य की एक झलक पाने को उत्सुक दिखे। जैसे ही पूरब की तरफ अपनी आभा बिखेरी ढोल नगाड़ों एवं आतिशबाजियों से उनका व्रतियों ने जयकारा लगाकर स्वागत किया। इसके बाद प्रसाद से भरे सूप से अर्घ्य समर्पित किया और मनोवांछित फलों की प्राप्ति की कामना की। देव में भी जिला प्रशासन छठव्रतियों की सेवा एवं स्वागत के लिए पिछले चार दिनों से तत्पर रही और हर एक गतिविधि की निगरानी डीएम और एसपी सशरीर उपस्थित रहकर करते दिखे। अर्घ्य संपन्न होने के बाद व्रतियों ने जहां अपने अनुष्ठान को पूर्ण किया वही छठघाट पर प्रसाद का वितरण को लोगों से आशीर्वाद प्राप्त किया। जिलाधिकारी ने बताया कि इस बार 12 लाख से अधिक छठव्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ्य समर्पित किया। भास्कर नगर दोमुहान छठ घाट पर भी उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़ इधर औरंगाबाद के भास्कर नगर सड़सा दोमुहान छठ घाट पर भी छठ महापर्व के अंतिम दिन उदयमान सूर्य को अर्थ देने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। लगभग दो से तीन लाख की संख्या में श्रद्धालु दोमुहान छठ घाट पर पहुंचे तथा भगवान सूर्य को अर्ध्य अर्पित करने के बाद सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना कर मंगल कामना की। छठ पूजा के दौरान समिति के सदस्य तत्पर दिखे। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी ना हो इसका भरपूर ध्यान रखा गया। छठ पर्व शुरू होने के 1 महीना पहले से ही समिति द्वारा छठ घाटों की साफ सफाई सजावट आदि कार्य कराए गए थे। इसके साथ ही जिले के विभिन्न प्रखंडों में छठ पूजा धूमधाम से संपन्न हो गया। औरंगाबाद शहर के अदरी नदी छठ घाट, दाउदनगर के सोन नदी छठ घाट, देवकुंड स्थित सहस्त्र धारा तालाब, के अलावा गोह, हसपुरा, मदनपुर, बारुण और नबीनगर में धूमधाम के साथ चार दिवसीय छठ पर्व संपन्न हो गया।


