क्राइम रिपोर्टर| बेगूसराय। स्टेट हाईवे-55 पर मंगलवार की रात करीब पौने 11 बजे कार सवार बदमाशों ने मोबाइल दुकानदार सुमित कुमार ( करीब 23 साल) का अपहरण कर लिया। यह वारदात लोहियानगर थाना क्षेत्र के पन्हांस चौक के समीप की है। पन्हांस चौक के समीप ही सन्नी कुमार का घर भी है। अपह्त सुमित कुमार के भाई सन्नी कुमार ने लोहियानगर में इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई है। सुमित के परिजनों ने बताया कि सुमित और उसका भाई सन्नी दोनों मिल कर जेएसआरयू इंटरप्राइजेज के नाम से मुफ्फसिल थाना चौक के समीप मोबाइल की दुकान चलाते हैं। मंगलवार की रात करीब 10 बज 35 मिनट पर दुकान बंद कर सुमित बाइक से अपने घर के लिए चला। घर के समीप ही कार सवार बदमाशों ने सुमित को अगवा कर लिया। कई एंगल पर पुलिस कर रही है जांच : सुमित के परिजनों ने सुमित के अपहरण के पीछे किसी के हाथ होने का शक नहीं जताया है और न ही किसी से कोई दुश्मनी की बात कहीं है। ऐसे हालत में सुमित अपहरण कांड पुलिस के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण बन गई है। सूत्रों के अनुसार सुमित के अपहरण के पीछे प्रेम प्रसंग,लेन-देन और व्यवसायिक दुश्मनी समेत अन्य दुश्मनी के बिंदु पर जांच कर रही है। सदर एसडीपीओ वन आनंद कुमार पांडेय ने बतासा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। 4 माह में पन्हांस चौक से अपहरण की दूसरी वारदात चार माह पहले यानि 11 अगस्त की शाम पन्हांस निवासी भोला महतो को स्कॉर्पियों सवार बदमाशों ने अगवा कर 5 लाख की फिरौती मांगी। बदमाशों ने भोला की हत्या की दी और उसका शव खगड़िया में नदी में फेंक दिया था। भोला महतो कुख्यात शराब तस्कर था। अनसुलझी पहेली : घर आने के बाद भी कार के पीछे क्यो जाता है सुमित सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि उजले रंग की कार सुमित के घर से चंद कदम आगे जाकर रूकती है। सुमित अपने घर के आगे नहीं रुक कर सफेद कार के पास जाकर रुकता है। पुलिस के लिए यही बड़ा सवाल है कि आखिर क्यों सुमित अपने घर के आगे नहीं रुक कर बदमाशों के कार पीछे क्यों रुकता है। सुमित रात को घर नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी ढूंढ़ना शुरू किया। उसकी बाइक घर के पास ही सड़क के किनारे खड़ी मिली। परिजनों ने दिन भर सुमित को नाते-रिश्तेदारों के यहां भी खोजबीन किया। उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद परिजनों ने वारदात स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि सुमित एक उजले रंग की कार के पीछे-पीछे चल रहा है। चंद मीटर दूर कार आगे-आगे चलती है और फिर अचानक कार चालक बीच सड़क पर कार मोड़ कर खड़ी कर देता है। कार से 3-4 युवक बाहर निकलते हैं। तभी सुमित की बाइक पहुंचती है। सुमित अपनी बाइक रोक देता है। उसकी कार सवार युवकों से कुछ देर बातचीत होती है। फिर कार सवार युवक सुमित के साथ मारपीट करते हुए उसे कार में बैठा लेता है। फिर कार मंझौल की ओर बढ़ जाती है। क्राइम रिपोर्टर| बेगूसराय। स्टेट हाईवे-55 पर मंगलवार की रात करीब पौने 11 बजे कार सवार बदमाशों ने मोबाइल दुकानदार सुमित कुमार ( करीब 23 साल) का अपहरण कर लिया। यह वारदात लोहियानगर थाना क्षेत्र के पन्हांस चौक के समीप की है। पन्हांस चौक के समीप ही सन्नी कुमार का घर भी है। अपह्त सुमित कुमार के भाई सन्नी कुमार ने लोहियानगर में इस संबंध में एफआईआर दर्ज कराई है। सुमित के परिजनों ने बताया कि सुमित और उसका भाई सन्नी दोनों मिल कर जेएसआरयू इंटरप्राइजेज के नाम से मुफ्फसिल थाना चौक के समीप मोबाइल की दुकान चलाते हैं। मंगलवार की रात करीब 10 बज 35 मिनट पर दुकान बंद कर सुमित बाइक से अपने घर के लिए चला। घर के समीप ही कार सवार बदमाशों ने सुमित को अगवा कर लिया। कई एंगल पर पुलिस कर रही है जांच : सुमित के परिजनों ने सुमित के अपहरण के पीछे किसी के हाथ होने का शक नहीं जताया है और न ही किसी से कोई दुश्मनी की बात कहीं है। ऐसे हालत में सुमित अपहरण कांड पुलिस के लिए अधिक चुनौतीपूर्ण बन गई है। सूत्रों के अनुसार सुमित के अपहरण के पीछे प्रेम प्रसंग,लेन-देन और व्यवसायिक दुश्मनी समेत अन्य दुश्मनी के बिंदु पर जांच कर रही है। सदर एसडीपीओ वन आनंद कुमार पांडेय ने बतासा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। 4 माह में पन्हांस चौक से अपहरण की दूसरी वारदात चार माह पहले यानि 11 अगस्त की शाम पन्हांस निवासी भोला महतो को स्कॉर्पियों सवार बदमाशों ने अगवा कर 5 लाख की फिरौती मांगी। बदमाशों ने भोला की हत्या की दी और उसका शव खगड़िया में नदी में फेंक दिया था। भोला महतो कुख्यात शराब तस्कर था। अनसुलझी पहेली : घर आने के बाद भी कार के पीछे क्यो जाता है सुमित सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा है कि उजले रंग की कार सुमित के घर से चंद कदम आगे जाकर रूकती है। सुमित अपने घर के आगे नहीं रुक कर सफेद कार के पास जाकर रुकता है। पुलिस के लिए यही बड़ा सवाल है कि आखिर क्यों सुमित अपने घर के आगे नहीं रुक कर बदमाशों के कार पीछे क्यों रुकता है। सुमित रात को घर नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी ढूंढ़ना शुरू किया। उसकी बाइक घर के पास ही सड़क के किनारे खड़ी मिली। परिजनों ने दिन भर सुमित को नाते-रिश्तेदारों के यहां भी खोजबीन किया। उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद परिजनों ने वारदात स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि सुमित एक उजले रंग की कार के पीछे-पीछे चल रहा है। चंद मीटर दूर कार आगे-आगे चलती है और फिर अचानक कार चालक बीच सड़क पर कार मोड़ कर खड़ी कर देता है। कार से 3-4 युवक बाहर निकलते हैं। तभी सुमित की बाइक पहुंचती है। सुमित अपनी बाइक रोक देता है। उसकी कार सवार युवकों से कुछ देर बातचीत होती है। फिर कार सवार युवक सुमित के साथ मारपीट करते हुए उसे कार में बैठा लेता है। फिर कार मंझौल की ओर बढ़ जाती है।


