‘वोट चोरी का आरोप बेवजह’- प्रशांत किशोर:सुपौल में बोले-उद्योग नहीं होने से बिहार से बाहर जा रहे युवा, विकास के नए मॉडल की जरूरत

‘वोट चोरी का आरोप बेवजह’- प्रशांत किशोर:सुपौल में बोले-उद्योग नहीं होने से बिहार से बाहर जा रहे युवा, विकास के नए मॉडल की जरूरत

जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर शनिवार को सुपौल जिला मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कई राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि “वोट चोरी का आरोप सिर्फ बहानेबाजी है। हार की जिम्मेदारी स्वीकार करने की बजाय अब नेता बहाने ढूंढने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए, बार-बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन या चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना उचित नहीं है। मोदी के पास अब बोलने के लिए कुछ नया नहीं बचा प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजद के चुनावी गीत पर की गई टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के पास अब बोलने के लिए शायद कुछ नया नहीं बचा है, इसलिए वह ऐसी बातें कर रहे हैं। चुनाव के दौरान नेताओं को मुद्दों पर बात करनी चाहिए, न कि गानों या नारों पर।” उद्योग नहीं होने से बिहार से बाहर जा रहे युवा उन्होंने आगे कहा कि बिहार में असली मुद्दे उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े हैं, जिन पर कोई गंभीर चर्चा नहीं हो रही है। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के युवा रोजगार की तलाश में बाहर जा रहे हैं क्योंकि राज्य में उद्योग नहीं हैं। शिक्षा व्यवस्था में सुधार की सख्त जरूरत है और सरकारी स्कूलों की स्थिति बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टर और दवाओं की कमी से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। विकास के नए मॉडल की जरूरत प्रशांत किशोर ने अपने “जन सुराज” के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिहार को विकास के नए मॉडल की जरूरत है, जो जनता की भागीदारी से तय हो। उन्होंने कहा कि “जब तक लोग खुद राजनीति और शासन में सक्रिय रूप से हिस्सा नहीं लेंगे, तब तक असली बदलाव संभव नहीं है।” उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर भी कहा कि बिहार के लोग अब पारंपरिक राजनीति से ऊब चुके हैं और विकास आधारित राजनीति की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी टीम बिहार के हर जिले में जाकर लोगों से संवाद कर रही है, ताकि आने वाले समय में जन सुराज का मजबूत विकल्प खड़ा किया जा सके। जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर शनिवार को सुपौल जिला मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कई राजनीतिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि “वोट चोरी का आरोप सिर्फ बहानेबाजी है। हार की जिम्मेदारी स्वीकार करने की बजाय अब नेता बहाने ढूंढने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता के फैसले का सम्मान करना चाहिए, बार-बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन या चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाना उचित नहीं है। मोदी के पास अब बोलने के लिए कुछ नया नहीं बचा प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजद के चुनावी गीत पर की गई टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री के पास अब बोलने के लिए शायद कुछ नया नहीं बचा है, इसलिए वह ऐसी बातें कर रहे हैं। चुनाव के दौरान नेताओं को मुद्दों पर बात करनी चाहिए, न कि गानों या नारों पर।” उद्योग नहीं होने से बिहार से बाहर जा रहे युवा उन्होंने आगे कहा कि बिहार में असली मुद्दे उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े हैं, जिन पर कोई गंभीर चर्चा नहीं हो रही है। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के युवा रोजगार की तलाश में बाहर जा रहे हैं क्योंकि राज्य में उद्योग नहीं हैं। शिक्षा व्यवस्था में सुधार की सख्त जरूरत है और सरकारी स्कूलों की स्थिति बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टर और दवाओं की कमी से आम लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। विकास के नए मॉडल की जरूरत प्रशांत किशोर ने अपने “जन सुराज” के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिहार को विकास के नए मॉडल की जरूरत है, जो जनता की भागीदारी से तय हो। उन्होंने कहा कि “जब तक लोग खुद राजनीति और शासन में सक्रिय रूप से हिस्सा नहीं लेंगे, तब तक असली बदलाव संभव नहीं है।” उन्होंने विधानसभा चुनाव को लेकर भी कहा कि बिहार के लोग अब पारंपरिक राजनीति से ऊब चुके हैं और विकास आधारित राजनीति की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी टीम बिहार के हर जिले में जाकर लोगों से संवाद कर रही है, ताकि आने वाले समय में जन सुराज का मजबूत विकल्प खड़ा किया जा सके।  

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