मुंगेर के जमालपुर स्थित रेलवे अस्पताल में खुले में मेडिकल कचरा फेंका जा रहा है। अस्पताल परिसर चारों ओर से घने जंगलों से घिरा हुआ है, जिससे संक्रमण और जहरीले जीवों का खतरा बढ़ गया है। यह अस्पताल जमालपुर रेल कारखाना और रेलवे स्टेशन सहित रेल क्षेत्र में कार्यरत रेलकर्मियों के इलाज का एकमात्र केंद्र है, जहां रोजाना 100 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं और एक दर्जन से अधिक रेलकर्मी भर्ती हैं। देखरेख के अभाव में यह अस्पताल उदासीनता का शिकार हो रहा है। अस्पताल भवन के चारों ओर घने जंगल-झाड़ उग आए हैं, जो अब भवन को भी ढंक रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि परिसर के बाहरी हिस्सों में वर्षों से साफ-सफाई नहीं कराई गई है। अस्पताल परिसर में प्रवेश करते है जीव-जंतु स्थानीय लोगों के अनुसार, जंगल-झाड़ के कारण आए दिन सांप और विभिन्न प्रकार के विषैले जीव-जंतु अस्पताल परिसर में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे हमेशा खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं, भवन की छत पर भी जंगल उग आने और सफाई न होने के कारण छत से पानी का रिसाव हो रहा है। खुले में मेडिकल कचरा फेंक रहे कर्मचारी जंगल-झाड़ का फायदा उठाकर अस्पताल परिसर की सफाई करने वाले कर्मचारी मेडिकल कचरे को खुले में इन्हीं जंगलों में फेंक रहे हैं। इससे गंभीर संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। नियमानुसार, मेडिकल कचरे को अलग-अलग तरीके से संग्रहित कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाना चाहिए, लेकिन जमालपुर रेलवे अस्पताल में इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। मुंगेर के जमालपुर स्थित रेलवे अस्पताल में खुले में मेडिकल कचरा फेंका जा रहा है। अस्पताल परिसर चारों ओर से घने जंगलों से घिरा हुआ है, जिससे संक्रमण और जहरीले जीवों का खतरा बढ़ गया है। यह अस्पताल जमालपुर रेल कारखाना और रेलवे स्टेशन सहित रेल क्षेत्र में कार्यरत रेलकर्मियों के इलाज का एकमात्र केंद्र है, जहां रोजाना 100 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं और एक दर्जन से अधिक रेलकर्मी भर्ती हैं। देखरेख के अभाव में यह अस्पताल उदासीनता का शिकार हो रहा है। अस्पताल भवन के चारों ओर घने जंगल-झाड़ उग आए हैं, जो अब भवन को भी ढंक रहे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि परिसर के बाहरी हिस्सों में वर्षों से साफ-सफाई नहीं कराई गई है। अस्पताल परिसर में प्रवेश करते है जीव-जंतु स्थानीय लोगों के अनुसार, जंगल-झाड़ के कारण आए दिन सांप और विभिन्न प्रकार के विषैले जीव-जंतु अस्पताल परिसर में प्रवेश कर जाते हैं, जिससे हमेशा खतरा बना रहता है। इतना ही नहीं, भवन की छत पर भी जंगल उग आने और सफाई न होने के कारण छत से पानी का रिसाव हो रहा है। खुले में मेडिकल कचरा फेंक रहे कर्मचारी जंगल-झाड़ का फायदा उठाकर अस्पताल परिसर की सफाई करने वाले कर्मचारी मेडिकल कचरे को खुले में इन्हीं जंगलों में फेंक रहे हैं। इससे गंभीर संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। नियमानुसार, मेडिकल कचरे को अलग-अलग तरीके से संग्रहित कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाना चाहिए, लेकिन जमालपुर रेलवे अस्पताल में इन नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।


