छत्तीसगढ़ के धमतरी में कांग्रेस पार्षदों का सात दिवसीय धरना प्रदर्शन शुक्रवार को ‘सद्बुद्धि यज्ञ’ के साथ समाप्त हो गया। यह प्रदर्शन नगर निगम में व्याप्त बदहाल प्रशासनिक व्यवस्था, मूलभूत सुविधाओं की अनदेखी और भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर किया गया था। इस यज्ञ में स्वयं महापौर रामू रोहरा ने पहुंचकर आहुति दी। कांग्रेस पार्षद दल का निगम कार्यालय के सामने प्रदर्शन कांग्रेस पार्षद दल ने 16 दिसंबर से नगर निगम कार्यालय के सामने यह प्रदर्शन शुरू किया था। नेता प्रतिपक्ष और विपक्षी पार्षदों का कहना था कि यह धरना आम नागरिकों की समस्याओं को उजागर करने के लिए था। उनके अनुसार, नगर निगम क्षेत्र में पेयजल, सफाई, सड़क और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं चरमराई हुई हैं, और प्रशासनिक लापरवाही व भ्रष्टाचार ने जनता के जीवन को और अधिक कठिन बना दिया है। ‘सद्बुद्धि’ यज्ञ में महापौर ने भी दी आहुति प्रदर्शन के अंतिम दिन, पार्षदों ने महापौर को ‘सद्बुद्धि’ देने के उद्देश्य से यज्ञ का आयोजन किया। इस यज्ञ में स्वयं महापौर रामू रोहरा ने पहुंचकर आहुति दी, जो शहर में चर्चा का विषय बन गया। महापौर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें संस्कार दिए गए हैं कि जहां यज्ञ हो, वहां रुककर शामिल होना चाहिए। महापौर ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज किया महापौर रामू रोहरा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेसियों के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि शहर में विकास के काम हो रहे हैं और कांग्रेस के इस विरोध को देखकर उन्हें प्रसन्नता होती है, क्योंकि वे खुद संशय में हैं कि क्या करें। महापौर ने यह भी कहा कि सद्बुद्धि की किसे जरूरत है और किसका जयकार लगाया जाता है, यह जनता जानती है।


