Mau News: मऊ शहर के प्रतिष्ठित फातिमा अस्पताल में प्रसूता की मौत की बाद परिजनों ने जम कर बवाल काटा। दोपहर बाद से शुरू हुआ यह हंगामा लगभग 6 घंटे तक चला। परिजनों ने इमरजेंसी गेट के बाहर शव रख कर जाम लगा दिया और डॉक्टर और नर्स पर कार्रवाई की मांग करने लगे। इस दौरान इमरजेंसी सेवा पूरी तरह ठप हो गई साथ ही पूरा अस्पताल परिसर छावनी में तब्दील हो गया। बाद में पुलिस के समझाने बुझाने पर मामला शांत हुआ।
आपको बता दें कि गाजीपुर जनपद के भुड़कुड़ा थाना क्षेत्र के जखनिया (जखनियां) निवासी 28 वर्षीय श्वेता वर्मा को प्रसव पीड़ा के बाद 24 दिसंबर को उनके परिजनों द्वारा फातिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां चिकित्सकों की निगरानी में उनका सामान्य प्रसव कराया गया। प्रसव के एक दिन बाद शुक्रवार दोपहर लगभग 2 बजे उनकी अचानक मौत हो गई, जिससे परिवार में कोहराम मच गया।
मृतक के पति ने लगाया गम्भीर आरोप
मृतका के पति विजय वर्मा ने आरोप लगाया कि दोपहर करीब 2 बजे वार्ड में श्वेता को एक इंजेक्शन लगाया गया था, जिसके कुछ देर बाद ही उनकी हालत बिगड़ने लगी और फिर उनकी मौत हो गई। इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में प्रदर्शन शुरू कर दिया। देर शाम तक अस्पताल गेट पर भारी भीड़ जुटी रही, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण भी शामिल हो गए।
सूचना मिलते ही सीओ सिटी कृष राजपूत, शहर कोतवाल अनिल सिंह, थाना प्रभारी सरायलखंसी संजय सिंह और पुलिस टीम मौके पर पहुंची। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल और पीएसी जवानों को भी भीड़ नियंत्रण के लिए तैनात किया गया।
सीओ सिटी कृष राजपूत ने परिजनों को मामले की निष्पक्ष जांच और संबंधित चिकित्सक पर कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद स्वजन का आक्रोश शांत हुआ। उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के अनुसार, मृतका के परिजनों की तहरीर और लगाए गए आरोपों के आधार पर अस्पताल प्रबंधन और संबंधित चिकित्सक की भूमिका की गहन जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।


