सिरसा जिले के नाथूसरी चौपटा क्षेत्र के गांव ढूकड़ा निवासी SSB जवान शहीद सुरजीत सिंह का पार्थिव देह आज मंगलवार को अपने गांव पहुंचेगा। सूचना पर पूरे गांव में गमगीन माहौल है और ग्रामीण शहीद के घर पर पहुंच गए हैं। शहीद के घर पर परिजनों को सांत्वना देने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई है। दरअसल, गुहावटी के सीवान क्षेत्र में ट्रक पलटने से हुए सड़क हादसे में सुरजीत शहीद हो गए थे। यह सूचना उनके जानकार साथी ने परिजनों को दी और सोमवार शाम को दिल्ली पहुंचे। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर के साथ पैतृक गांव ढूकड़ा पहुंचे, जहां पर मंगलवार दोपहर को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुरजीत सिंह किसान भंवरलाल सिंह के सबसे बड़े पुत्र थे। उनके दो अन्य भाई अमर सिंह और रमेश कुमार (वीएलडीए) हैं। सुरजीत सिंह ने गांव ढूकड़ा के राजकीय स्कूल से दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वर्ष 2013 में एसएसबी ज्वॉइन की थी। दो बच्चों के पिता थे सुरजीत सुरजीत सिंह का विवाह गांव नेजाडेला कलां निवासी सीमा रानी से हुआ था। उनके दो बेटे हैं। बड़ा बेटा राहुल दसवीं कक्षा में तथा छोटा बेटा अश्वनी सातवीं कक्षा में अध्ययनरत है। परिजनों ने बताया कि सुरजीत सिंह 20 दिसंबर को 15 दिन की छुट्टी बिताकर ड्यूटी पर लौटे थे। ड्यूटी जॉइन करने के कुछ ही दिनों बाद उनके शहीद होने की खबर आई। सुरजीत सिंह ने गांव में खेल ग्राउंड के लिए प्रयास किए और सेना की तैयारी कर रहे युवाओं का मार्गदर्शन किया। वे युवाओं को अनुशासन, मेहनत, आत्मविश्वास और देशभक्ति के लिए प्रेरित करते थे।


