Luxury Fashion Trends: फैशन की इस दुनिया में अब वो टाइम पुराना हो गया है, जब महंगे कपड़ों का मतलब सिर्फ उन पर लगे बड़े-बड़े ‘ब्रांड लोगो’ हुआ करते थे। साल 2025 में लग्जरी फैशन पूरी तरह बदल चुका है। अब लोग दिखावे से ज्यादा इस बात पर ध्यान दे रहे हैं कि कपड़ा पहनने में कितना ज्यादा रिलेक्सड है और उसे बनाने में नेचर का कितना ध्यान रखा गया है। MIT-WPU के स्कूल ऑफ डिजाइन में फैशन प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर कीर्ति देशपांडे के अनुसार, अब ग्राहक क्विक फैशन की जगह ऐसे कपड़ों को चुन रहे हैं, जो लंबे समय तक चलें और समाज के प्रति सकारात्मक संदेश दें।

क्वाइट लग्जरी (Quite Luxury)
क्वाइट लग्जरी इस साल का सबसे फेमस ट्रेंड है। इसमें बड़े-बड़े लोगो वाले कपड़ों की जगह हाई-क्वालिटी फैब्रिक कपड़ें जैसे कश्मीरी वूल, सिल्क और फाइन कॉटन पर फोकस किया जा रहा है। इसका मतलब ‘अमीर दिखना’ नहीं, बल्कि ‘क्लास’ फील करना है। परफेक्ट टेलरिंग और न्यूट्रल कलर्स इसका स्टाइल स्टेटमेंट है।
सस्टेनेबल लग्जरी (Sustainable Luxury)
आज का ग्राहक यह जानना चाहता है कि उसका कपड़ा कहां बना है। यही वजह है कि 2025 में सस्टेनेबिलिटी फैशन के सेंटर में है। लग्जरी ब्रांड्स अब रिसाइकिल मटेरियल और एथिकल सोर्सिंग (नैतिक उत्पादन) को अपना रहे हैं। अब फैशन केवल स्टाइल के साथ पर्यावरण को बचाने का एक जरिया भी बन गया है।
कंफर्ट-फर्स्ट फैशन (Comfort First Fashion)
2025 में लोग लग्जरी और कंफर्ट को ज्यादा चुन रहे हैं। इसमें रिलैक्स फिटिंग वाले ट्राउजर्स, सॉफ्ट जैकेट्स और प्रीमियम निटवियर का ट्रेंड बढ़ा है। मॉडर्न लाइफस्टाइल में जहां ऑफिस और पर्सनल लाइफ का बैलेंस बहुत जरूरी है, वहां ये कंफर्टेबल कपड़े सबसे ज्यादा पसंद किए जा रहे हैं।
विंटेज और सर्कुलर फैशन (Vintage and Circular Fashion)
पुराने कपड़ों को नया लुक देना अब एक स्टेटस सिंबल बन गया है। लोग अब उन कपड़ों को प्रायोरिटी दे रहे हैं जिनका अपना एक अलग इतिहास है। प्री-ओन्ड लग्जरी आइटम्स की बढ़ती मांग ने ‘सर्कुलर फैशन’ को बढ़ावा दिया है, जिससे फैशन इंडस्ट्री में कचरा कम करने में मदद मिल रही है।
डिजिटल फैशन और AI स्टाइलिंग (Digital Fashion and AI Styling)
टेक्नोलॉजी अब डिजाइनिंग तक सीमित नहीं रही है। AI स्टाइलिंग, वर्चुअल फिटिंग रूम और डिजिटल फैशन शो ने लोगों को एक्सपीरियंस को पूरी तरह चेंज कर दिया है। टेक्नोलॉजी की मदद से अब ब्रांड्स अपनी स्पेशलिटी बनाए रखते हुए भी ग्लोबल लेवल पर लोगों से जुड़ रहे हैं।
जेंडर-फ्लुइड फैशन (Gender- Fluid Fashion)
2025 में फैशन ने जेंडर की सीमाओं को तोड़ दिया है। अब ऐसे कपड़ों का ट्रेंड बढ़ा रहा है, जिन्हें कोई भी पहन सकता है। इन्क्लूसिव डिजाइन और कैंपेन अब मॉडर्न सोसायटी की नई पहचान बन गए हैं, जो आत्म-अभिव्यक्ति को बढ़ावा देते हैं।


