अररिया जिला मुख्यालय में बुधवार को देव दीपावली के अवसर पर त्रिसूलिया घाट स्थित परमान नदी किनारे भव्य महाआरती का आयोजन किया गया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की जिला इकाई द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक दीप प्रज्वलित किए गए, जिससे पूरा घाट जगमगा उठा। वाराणसी से आए पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार से कराई महाआरती महाआरती वाराणसी से विशेष रूप से आमंत्रित पांच पंडितों द्वारा विधि-विधान, मंत्रोच्चार और वैदिक परंपराओं के साथ संपन्न कराई गई। घाट को रंग-बिरंगे फूलों और गुलाल से सजाया गया था, जिसमें स्वास्तिक, ‘जय श्री राम’ और ‘ॐ’ के विशाल प्रतीक चिह्न बनाए गए थे। विहिप कार्यकर्ता भगवा कुर्ता, सफेद पायजामा और पीले गमछे में उपस्थित थे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल और विहिप सदस्यों ने भीड़ को नियंत्रित किया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। इस कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाएं, बच्चे और पुरुष शामिल हुए। पांच सालों से लगातार हो रहा है देव दीपावली का आयोजन आयोजनकर्ताओं ने बताया कि यह परंपरा पिछले पांच वर्षों से निरंतर जारी है। विहिप के जिला मंत्री ने कहा कि यह आयोजन हिंदू संस्कृति की जीवंतता को दर्शाता है और आने वाले वर्षों में इसे और भव्य बनाया जाएगा। कार्तिक पूर्णिमा पर मां गंगा की आराधना का पर्व देव दीपावली देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा पर मनाई जाती है और इसे मां गंगा की आराधना का पर्व माना जाता है। अररिया में परमान नदी तट पर यह आयोजन स्थानीय स्तर पर वाराणसी की गंगा आरती की याद दिलाता है। अररिया जिला मुख्यालय में बुधवार को देव दीपावली के अवसर पर त्रिसूलिया घाट स्थित परमान नदी किनारे भव्य महाआरती का आयोजन किया गया। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की जिला इकाई द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 5 हजार से अधिक दीप प्रज्वलित किए गए, जिससे पूरा घाट जगमगा उठा। वाराणसी से आए पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चार से कराई महाआरती महाआरती वाराणसी से विशेष रूप से आमंत्रित पांच पंडितों द्वारा विधि-विधान, मंत्रोच्चार और वैदिक परंपराओं के साथ संपन्न कराई गई। घाट को रंग-बिरंगे फूलों और गुलाल से सजाया गया था, जिसमें स्वास्तिक, ‘जय श्री राम’ और ‘ॐ’ के विशाल प्रतीक चिह्न बनाए गए थे। विहिप कार्यकर्ता भगवा कुर्ता, सफेद पायजामा और पीले गमछे में उपस्थित थे। सुरक्षा के कड़े इंतजाम, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस बल और विहिप सदस्यों ने भीड़ को नियंत्रित किया। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए अलग से पार्किंग की व्यवस्था की गई थी। इस कार्यक्रम में सैकड़ों महिलाएं, बच्चे और पुरुष शामिल हुए। पांच सालों से लगातार हो रहा है देव दीपावली का आयोजन आयोजनकर्ताओं ने बताया कि यह परंपरा पिछले पांच वर्षों से निरंतर जारी है। विहिप के जिला मंत्री ने कहा कि यह आयोजन हिंदू संस्कृति की जीवंतता को दर्शाता है और आने वाले वर्षों में इसे और भव्य बनाया जाएगा। कार्तिक पूर्णिमा पर मां गंगा की आराधना का पर्व देव दीपावली देव दीपावली कार्तिक पूर्णिमा पर मनाई जाती है और इसे मां गंगा की आराधना का पर्व माना जाता है। अररिया में परमान नदी तट पर यह आयोजन स्थानीय स्तर पर वाराणसी की गंगा आरती की याद दिलाता है।


