पालकोट|पालकोट के प्रसिद्ध व्यवसायी कुमार हार्डवेयर व कुमार शॉपिंग मॉल के संचालक तथा शिक्षा विभाग से पालकोट प्रखंड स्थित लोटवा संकूल के सीआरपी संजय केशरी 55 वर्ष का अचानक हृदयगति रुकने से उनका असामयिक निधन हो गया। व्यवसायी संजय केशरी के असामयिक निधन के बाद पालकोट के पूरे व्यवसायी जगत व लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। घटना शनिवार शाम 4 बजे की है। रविवार को पालकोट अंतर्गत बिलिंगबीरा रोड स्थित हदहदिया मुक्तिधाम में दिवंगत व्यवसायी संजय केशरी का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके भतीजा अंबर केशरी ने दिया। इधर दिवंगत व्यवसायी संजय केशरी के निधन के बाद परिजनों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है। इस दुःख की घड़ी में पालकोट के सभी व्यवसायी और ग्रामीण लोग शोक-संतप्त परिवार के साथ खड़ा है। सभी ने शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना की है। शोक व्यक्त करने वालों में सांसद प्रतिनिधि बसंत कुमार गुप्ता, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष विकास कुमार गुप्ता, ऋषिकेश षाड़ंगी, अनंत कुमार साहू (रिंकू साहू), देवगन सोनी, राहुल कमल कश्यप, महीपाल सिंह, रंजीत कुमार गुप्ता, लाल चंद्रशेखर नाथ शाहदेव (लल्लू जी), विशाल गुप्ता, पवन केशरी, पिंटू केशरी, राधेश्याम प्रसाद केशरी, संजय शर्मा, रुपेश सोनी, विजय मोदी, राजेश गुप्ता, हेमंत बैठा, मुकेश कुमार केशरी, विजय ठाकुर, जितेंद्र कुमार लाल, राजेश प्रसाद खन्ना, चांद बैठा, नंद किशोर गुप्ता (पप्लू), मन्नू साहू, संतोष गुप्ता, मनोज यादव, दुर्गा प्रसाद गुप्ता आदि ने शोक जताया। गुमला|पूर्व पुलिस पदाधिकारी सह समाजसेवी जगरनाथ उरांव ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि आदिवासी-आदिवासी को लड़ाने का काम झारखंड में किया जा रहा है, इसका लाभ किसी को नही मिलने वाला है। इससे हमलोगो को ही नुकसान है। हमें एक मंच में आने की जरूरत है। उन्होंने कुर्मी समाज द्वारा एसटी सूची में शामिल होने की मांग पर कहा कि संविधान में हर लोगो को अपने मांगो को रखने का अधिकार है, उसी प्रकार मांगो का विरोध करने का अधिकार भी है। आदिवासी समाज एकजुट हों नही तो आने वाले समय में आदिवासियों का हक व अधिकार का हनन होना निश्चित है। जिस प्रकार क्रिश्चियन समाज व मुस्लिम समाज एकजुट होकर कार्य करते है। उसी प्रकार आदिवासियों को भी एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत है। पालकोट|पालकोट के प्रसिद्ध व्यवसायी कुमार हार्डवेयर व कुमार शॉपिंग मॉल के संचालक तथा शिक्षा विभाग से पालकोट प्रखंड स्थित लोटवा संकूल के सीआरपी संजय केशरी 55 वर्ष का अचानक हृदयगति रुकने से उनका असामयिक निधन हो गया। व्यवसायी संजय केशरी के असामयिक निधन के बाद पालकोट के पूरे व्यवसायी जगत व लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। घटना शनिवार शाम 4 बजे की है। रविवार को पालकोट अंतर्गत बिलिंगबीरा रोड स्थित हदहदिया मुक्तिधाम में दिवंगत व्यवसायी संजय केशरी का अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि उनके भतीजा अंबर केशरी ने दिया। इधर दिवंगत व्यवसायी संजय केशरी के निधन के बाद परिजनों में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। परिजन का रो-रो कर बुरा हाल है। इस दुःख की घड़ी में पालकोट के सभी व्यवसायी और ग्रामीण लोग शोक-संतप्त परिवार के साथ खड़ा है। सभी ने शोक व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना की है। शोक व्यक्त करने वालों में सांसद प्रतिनिधि बसंत कुमार गुप्ता, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष विकास कुमार गुप्ता, ऋषिकेश षाड़ंगी, अनंत कुमार साहू (रिंकू साहू), देवगन सोनी, राहुल कमल कश्यप, महीपाल सिंह, रंजीत कुमार गुप्ता, लाल चंद्रशेखर नाथ शाहदेव (लल्लू जी), विशाल गुप्ता, पवन केशरी, पिंटू केशरी, राधेश्याम प्रसाद केशरी, संजय शर्मा, रुपेश सोनी, विजय मोदी, राजेश गुप्ता, हेमंत बैठा, मुकेश कुमार केशरी, विजय ठाकुर, जितेंद्र कुमार लाल, राजेश प्रसाद खन्ना, चांद बैठा, नंद किशोर गुप्ता (पप्लू), मन्नू साहू, संतोष गुप्ता, मनोज यादव, दुर्गा प्रसाद गुप्ता आदि ने शोक जताया। गुमला|पूर्व पुलिस पदाधिकारी सह समाजसेवी जगरनाथ उरांव ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि आदिवासी-आदिवासी को लड़ाने का काम झारखंड में किया जा रहा है, इसका लाभ किसी को नही मिलने वाला है। इससे हमलोगो को ही नुकसान है। हमें एक मंच में आने की जरूरत है। उन्होंने कुर्मी समाज द्वारा एसटी सूची में शामिल होने की मांग पर कहा कि संविधान में हर लोगो को अपने मांगो को रखने का अधिकार है, उसी प्रकार मांगो का विरोध करने का अधिकार भी है। आदिवासी समाज एकजुट हों नही तो आने वाले समय में आदिवासियों का हक व अधिकार का हनन होना निश्चित है। जिस प्रकार क्रिश्चियन समाज व मुस्लिम समाज एकजुट होकर कार्य करते है। उसी प्रकार आदिवासियों को भी एकजुट होकर कार्य करने की जरूरत है।


