‘आखिरी सेल्फी’ बनी याद, सांवलिया सेठ के दर्शन कर लौट रहे 3 दोस्तों की दर्दनाक मौत

‘आखिरी सेल्फी’ बनी याद, सांवलिया सेठ के दर्शन कर लौट रहे 3 दोस्तों की दर्दनाक मौत

Road Accident: एमपी में जावद थाना अंतर्गत के नयागांव चौकी क्षेत्र में बीती देर रात एक हृदयविदारक सड़क हादसा सामने आया। यहां सांवलिया सेठ के दर्शन कर मल्हारगढ़ लौट रहे युवकों की कार अनियंत्रित होकर आगे चल रहे एक ट्रक में जा घुसी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। इस भीषण हादसे में तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य साथी जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना नयागांव टोल टैक्स और रेलवे फाटक के बीच की है। मल्हारगढ़ के चार युवा साथी अपनी कार से चित्तौड़गढ़ स्थित सांवलिया सेठ मंदिर में दर्शन कर वापस लौट रहे थे। तभी देर रात्रि को अचानक उनकी कार अनियंत्रित हो गई और आगे चल रहे ट्रक के पीछे जा टकराई। भिड़ंत इतनी तेज थी कि कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें सवार तीन दोस्तों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

Road Accident

इनकी हुई दर्दनाक मौत

हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान मल्हारगढ़ निवासी युवा व्यवसायी पिंकेश मांदलिया, उनके साथी भारत मोरी (डांगी) और लसूड़िया कदमाला निवासी गोवर्धन लसूड़िया के रूप में हुई है। वहीं, कार में सवार चौथे साथी, भैंसाखेड़ा निवासी राय सिंह (पिता गोरा कछावा) गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है और उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

आखिरी सेल्फी रह गई निशानी

हादसे का सबसे भावुक पहलू यह है कि कुछ ही समय पहले मंदिर परिसर में इन दोस्तों ने खुश होकर एक सेल्फी ली थी और उसे सोशल मीडिया स्टेटस पर लगाया था। किसी को आभास नहीं था कि सांवलिया सेठ के दरबार में खिंचाई गई वह तस्वीर उनकी ‘आखिरी सेल्फी’ साबित होगी।

पुलिस जांच में जुटी

घटना की सूचना मिलते ही नयागांव पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने बड़ी मशक्कत के बाद शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और दुर्घटना के कारणों की बारीकी से जांच शुरू कर दी है। पिंकेश मांदलिया और उनके साथियों के निधन की खबर से मल्हारगढ़ और आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर है।

मृतक:

पिंकेश मांदलिया (मल्हारगढ़)
भारत मोरी/डांगी (मल्हारगढ़)
गोवर्धन (लसूड़िया कदमाला)

गंभीर घायल:

राय सिंह (निवासी भैंसाखेड़ा)

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