Kota Blind Murder: एकतरफा प्रेम में दोस्त की हत्या, महिला से बात करता था युवक, गला रेतकर मार डाला और गड्ढे में फेंकी लाश

Kota Blind Murder: एकतरफा प्रेम में दोस्त की हत्या, महिला से बात करता था युवक, गला रेतकर मार डाला और गड्ढे में फेंकी लाश

Rajasthan Crime: कोटा के आरकेपुरम थाना क्षेत्र के सनसनीखेज हत्याकांड का पुलिस ने महज 7 घंटे में खुलासा कर दिया। एकतरफा प्रेम में दोस्त की हत्या कर मामले को ब्लाइंड मर्डर का रूप देने की आरोपी की कोशिश पुलिस की तकनीकी जांच के आगे ज्यादा देर नहीं टिक सकी। त्वरित कार्रवाई से यह साफ हो गया कि दोस्ती की आड़ में रची गई साजिश कितनी निर्मम थी।

पुलिस के अनुसार, शनिवार दोपहर चित्तौड़ हाईवे पर सर्विस लेन के पास एक गड्ढे में शव मिलने की सूचना मिली। सूचना पर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया। शुरुआती जांच में स्पष्ट हो गया था कि यह कोई हादसा नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या है। मृतक की पहचान आंवली रोजड़ी निवासी करण सिंह (35) के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस ने उसकी दिनचर्या और संपर्कों की जांच शुरू की।

ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा

एसपी ने बताया कि करण सिंह शुक्रवार सुबह घर से निकला था, लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटा। मृतक की पत्नी मालती और पिता मनसुख लाल की ओर से दर्ज कराई गई गुमशुदगी रिपोर्ट से जांच को अहम दिशा मिली। इसी दौरान एक ठेकेदार ने रास्ते में करण की बाइक खड़ी होने की सूचना दी, जिससे पुलिस को अनहोनी की आशंका और गहरी हो गई।

घटनास्थल से बरामद चाकू, खून के निशान तथा एफएसएल टीम की ओर से जुटाए गए फिंगरप्रिंट महत्वपूर्ण साक्ष्य साबित हुए। इसके साथ ही कॉल डिटेल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच में सामने आया कि हत्या से पहले करण सिंह अपने करीबी दोस्त दिलभर गुर्जर के संपर्क में था। यहीं से पुलिस का संदेह उसी पर केंद्रित हो गया।

पूछताछ में टूटा आरोपी

पूछताछ के दौरान दिलभर गुर्जर के बयान बार-बार बदलते रहे, जिससे पुलिस को उसकी भूमिका पर पुख्ता यकीन हो गया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने हत्या की साजिश रचने और वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली।

चार दिन पहले भी हुआ था झगड़ा

पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी एक महिला से एकतरफा प्रेम करता था, जबकि मृतक करण सिंह उससे बातचीत करता था। इसी बात को लेकर आरोपी के मन में लंबे समय से रंजिश थी। चार दिन पहले भी इसी मुद्दे को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। तभी से आरोपी ने करण को रास्ते से हटाने की योजना बना ली थी।

आरोपी ने दोस्ती का भरोसा तोड़ते हुए करण को बहाने से अपने साथ ले गया और सुनसान जगह पर चाकू से उसकी हत्या कर दी। वारदात के बाद शव को गड्ढे में फेंक दिया और आरोपी खुद को बचाने की कोशिश करता रहा, लेकिन तकनीकी साक्ष्यों ने उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया।

संयुक्त कार्रवाई से हुई गिरफ्तारी

इस पूरे मामले का खुलासा डीएसटी टीम, साइबर एक्सपर्ट अजय, आरकेपुरम थाना और कोतवाली थाना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से संभव हो सका। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। पुलिस का कहना है कि मामले के सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है, ताकि किसी भी स्तर पर कोई तथ्य छूट न जाए।

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