पूर्व भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी किरण बेदी ने बुधवार को दिल्ली विस्फोट की निंदा की, जिसमें कम से कम आठ लोग मारे गए थे। उन्होंने “सामुदायिक पुलिसिंग बढ़ाने” का आह्वान किया ताकि लोगों में मौजूद “देशद्रोहियों” की पहचान की जा सके और कट्टरपंथ से उसी के अनुसार निपटा जा सके। बेदी ने यहां एएनआई को बताया कि हमारे देश को बेहद सतर्क रहना होगा और खुद को कट्टरपंथ से बचाना होगा। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। हमें अपने पड़ोसियों की गतिविधियों पर नज़र रखनी होगी। भारी मात्रा में क्या जमा किया जा रहा है, इस बारे में सवाल पूछे जाने चाहिए… अगर सवालों के जवाब नहीं मिलते हैं, तो पुलिस को सूचित किया जाना चाहिए। ये देशद्रोही हैं।
इसे भी पढ़ें: Mehbooba Mufti ने दिखाया अपना असली रंग, आतंकवादियों के परिजनों की आवाज उठाते हुए खेला Victim Card
उन्होंने दावा किया कि कथित “देशद्रोही देश में पढ़ते हैं, लाभ उठाते हैं और फिर चले जाते हैं। साथ ही विभिन्न राज्य पुलिस के बीच बेहतर समन्वय की भी मांग की। उन्होंने कहा कि हमें इन गद्दारों की पहचान करनी होगी। ये देश में पढ़ते हैं, सारे फायदे उठाते हैं और फिर देश छोड़कर भाग जाते हैं। पड़ोसियों को सतर्क रहना होगा, सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियां अपना काम बखूबी कर रही हैं। सभी राज्यों की पुलिस को मिलकर काम करना होगा, जैसा कि उन्होंने अभी किया है, साथ ही, सामुदायिक पुलिसिंग की भी ज़रूरत है। इन गद्दारों की पहचान करना हमारी ज़िम्मेदारी है।
इसे भी पढ़ें: सबको मिलकर मारेंगे..Modi के दिल्ली पहुंचते ही नेतन्याहू ने भारत का नाम लेकर कर दिया बड़ा ऐलावन
यह विस्फोट सोमवार शाम लाल किला परिसर के पास, लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट के सामने हुआ, जिसमें कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह विस्फोट एक हुंडई i20 कार से हुआ था। सूत्रों ने बताया कि आज सुबह फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) ने संदिग्ध डॉ उमर उन नबी की माँ के डीएनए नमूने एकत्र किए, जो कथित तौर पर उस i-20 कार को चला रही थीं जिसमें विस्फोट हुआ था।


