कर्नाटक के CM ने मोदी को लेटर लिखा:गन्ना किसानों की समस्या पर बैठक की मांग; राज्य में 8 दिनों से आंदोलन जारी

कर्नाटक के CM ने मोदी को लेटर लिखा:गन्ना किसानों की समस्या पर बैठक की मांग; राज्य में 8 दिनों से आंदोलन जारी

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शुक्रवार को PM नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने उत्तर कर्नाटक में चल रहे गन्ना किसानों के आंदोलन पर चर्चा के लिए तत्काल बैठक की मांग की। राज्य के बेलगावी, बगलकोट, विजयपुरा, विजयनगर, बीदर, गड़ग, हुबली-धारवाड़ और हावड़ी जिलों में किसान गन्ना बीते 8 दिन से आंदोलन पर हैं। वे चीनी मिलों से ₹3500 प्रति टन कीमत की मांग कर रहे हैं। इधर चीनी मिलें ₹3200 प्रति टन देने को तैयार हैं। उनका कहना है कि ₹3500 प्रति टन देने में उनका नुकसान होगा, मीलों पर कर्ज होगा। राज्य में 26 चीनी मिलें बंद हैं। वहीं किसानों का कहना है कि फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस (FRP) के अनुसार 2025-26 के लिए ₹3550 प्रति टन तय किया गया, लेकिन हॉर्वेस्टिंग और ट्रांसपोर्ट कटौती के बाद उन्हें ₹2600-₹3000 प्रति टन ही मिल रहे हैं। प्रदर्शन की 3 तस्वीरें… किसानों से मिल सकते हैं सीएम सिद्दारमैया
आज मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने विधान सौध हॉल में गन्ना किसानों और कारखाना मालिकों के साथ बैठक की। कारखाना मालिकों ने मुख्यमंत्री से केंद्र सरकार को लेटर लिखकर मांग उठाने को कहा। किसानों की मांग कर्नाटक सरकार के केंद्र को सुझाव 5 नवंबर: आंदोलनकारी किसान ने जहर खाया 5 नवंबर को बेलगावी के किसान लक्कप्पा गुनादर ने प्रदर्शन के दौरान जहर खा लिया था। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कर्नाटक में विपक्ष के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने किसान गुनादर से मुलाकात की थी। 6 नवंबर: मंत्री शिवानंद पाटिल की कार पर चप्पल फेंकी 6 नवंबर को राज्य सरकार में मंत्री शिवानंद पाटिल आंदोलन पर बैठे किसानों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान किसानों ने उनकी कार पर चप्पल फेंकी थी। शिवानंद पाटिल ने कहा था कि मैं सिर्फ किसानों से अपील करने आया हूं कि गन्ने के दाम तय करने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है। वही FRP तय करती है। ………………………..
कर्नाटक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… CM सिद्धारमैया बोले- मोदी सरकार जबरन हिंदी थोप रही: कन्नड़ की उपेक्षा हो रही; हिंदी-अंग्रेजी से हमारे बच्चों की प्रतिभा घट रही कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केंद्र की मोदी सरकार पर कन्नड़ की उपेक्षा करने और हिंदी थोपने का आरोप लगाया था। उन्होंने कर्नाटक के स्थापना दिवस पर हुए 70वें राज्योत्सव में कहा था कि केंद्र सरकार कर्नाटक के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। पूरी खबर पढ़ें…

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