जसप्रीत बुमराह@32, मां की नींद ने यॉर्कर एक्सपर्ट बनाया:IPL से टी-20 टीम में मौका मिला, फ्लाइट टिकट की गड़बड़ी ने वनडे डेब्यू करा दिया

जसप्रीत बुमराह@32, मां की नींद ने यॉर्कर एक्सपर्ट बनाया:IPL से टी-20 टीम में मौका मिला, फ्लाइट टिकट की गड़बड़ी ने वनडे डेब्यू करा दिया

भारतीय क्रिकेट में कई गेंदबाज हुए, लेकिन कोई भी वैसा नाम नहीं कमा पा रहा था, जैसा बल्लेबाजी में सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली ने कमाया। फिर 2016 में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने एंट्री की, जो कुछ ही साल में भारत के सबसे बड़े बॉलिंग सुपरस्टार बन गए। यॉर्कर किंग बुमराह जब मैदान पर होते हैं, तब टीम इंडिया को उनसे वे उम्मीदें होती हैं, जो दुनिया का कोई और गेंदबाज नहीं कर सकता। आज जसप्रीत बुमराह अपना 32वां जन्मदिन मना रहे हैं। आइए जानते हैं उनके करियर और जीवन से जुड़े कुछ खास किस्से… 5 साल की उम्र में पिता को खोया 6 दिसंबर 1993, गुजरात के अहमदाबाद में जसबीर सिंह और दलजीत बुमराह के घर बेटे जसप्रीत का जन्म हुआ। केमिकल इंडस्ट्री का बिजनेस करने वाले पिता जसबीर का 1999 में बीमारी से निधन हो गया। जसप्रीत तब महज 5 साल के थे। तब उनकी प्रिंसिपल मां और बड़ी बहन जुहिका ने उन्हें संभाला। मां की नींद ने यॉर्कर एक्सपर्ट बनाया बुमराह बचपन से ही अहमदाबाद में क्लब क्रिकेट खेलते थे और शुरुआत से ही तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि यॉर्कर फेंकने की आदत उन्हें घर पर ही लगी। गर्मियों में तेज गर्मी के कारण उनकी मां उन्हें बाहर खेलने नहीं देती थीं। ऐसे में वे घर पर ही गेंदबाजी करते थे। उस दौरान उनकी मां दोपहर में सो जाती थीं। बुमराह ने कहा कि जब वे खेलते थे तो शोर से उनकी मां की नींद टूट जाती थी। तब उन्होंने देखा कि अगर वे गेंद को दीवार के निचले कोने पर मारेंगे, तो आवाज नहीं होगी। इस तरह वे बिना किसी को परेशान किए बॉलिंग करने लगे। उन्हें तब नहीं पता था कि इससे उनकी यॉर्कर की लाइन और लेंथ बेहतर हो रही है, लेकिन धीरे-धीरे उनका यॉर्कर परफेक्ट होता गया। बचपन में दीवार के कोने पर गेंद फेंकने की यह आदत बड़े होकर स्टंप्स के कोनों पर सटीक गेंद डालने की ताकत बन गई। अक्षर को देखने पहुंचे MI के कोच, बुमराह को देख हैरान रह गए जसप्रीत जूनियर क्रिकेट में प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन उन्हें गुजरात के लिए डेब्यू का मौका नहीं मिल पा रहा था। इस दौरान उन्होंने क्लब क्रिकेट खेलना जारी रखा। 2012 में IPL टीम मुंबई इंडियंस के कोच जॉन राइट टैलेंटेड प्लेयर्स को तराशने के लिए गुजरात गए। उन्होंने अक्षर पटेल का नाम बहुत सुन रखा था। राइट अक्षर को देखने के लिए ही गुजरात पहुंचे, लेकिन उस मैच में उन्होंने मलिंगा जैसे स्लिंगी बॉलिंग एक्शन वाले जसप्रीत को बॉलिंग करते हुए देख लिया। राइट ने दोनों ही प्लेयर्स को ऑक्शन के लिए शॉर्टलिस्ट कर लिया। 3 फरवरी 2013 को IPL ऑक्शन हुआ। सभी टीमों को चौंकाते हुए मुंबई ने 2 युवा प्लेयर्स अक्षर पटेल और जसप्रीत बुमराह को 10-10 लाख रुपए में खरीद लिया। IPL में बिकने के बाद स्टेट टीम से डेब्यू किया घरेलू क्रिकेट में सीनियर टीम के लिए डेब्यू नहीं कर सके बुमराह का नाम IPL में बिकने के बाद सामने आया। गुजरात ने ऑक्शन के ठीक बाद जसप्रीत को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के लिए टी-20 टीम में चुन लिया। 17 मार्च 2013 को उन्होंने घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया। महाराष्ट्र के खिलाफ पहले मुकाबले में उन्होंने अपने 4 ओवर में महज 20 रन देकर 1 विकेट झटक लिया। जिसके चलते गुजरात ने 8 विकेट से मैच जीता। पहला ही विकेट विराट कोहली का लिया मुंबई इंडियंस ने IPL सीजन के अपने पहले ही मैच में बुमराह को डेब्यू करा दिया। 4 अप्रैल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाफ मैच में उनके सामने टीम इंडिया के उप कप्तान विराट कोहली थे। विराट ने उनका स्वागत पहली ही गेंद पर चौका लगाकर किया। दूसरी गेंद पर भी चौका लग गया, तीसरी गेंद डॉट रही, फिर कोहली ने चौथी गेंद पर भी चौका लगा दिया। युवा बुमराह 4 गेंदें फेंकने के बाद कुछ परेशानी में भी नजर आए, उन्हें पैर में चोट महसूस हो रही थी। पहले ओवर की पांचवीं गेंद उन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर गुड लेंथ पर इन स्विंगर फेंकी। कोहली कवर्स की दिशा में चौका लगाने गए, लेकिन मिड ऑफ पर कैच हो गए। अगले ही ओवर में बुमराह ने मयंक अग्रवाल को भी पवेलियन भेज दिया। उन्होंने 3 विकेट लेकर अपना डेब्यू मैच खत्म किया, लेकिन टीम 2 रन से हार गई। पहले IPL सीजन में बुमराह को 2 ही मैच खिलाए गए, लेकिन टीम ने इतिहास में पहली बार खिताब जीत लिया। हालांकि, बुमराह के अलग एक्शन को देखते हुए मुंबई ने उन्हें IPL के अगले मेगा ऑक्शन में भी खरीद लिया। गुजरात से वनडे डेब्यू के पहले इंडिया-ए में चुने गए IPL डेब्यू के बाद बुमराह को 2013 के एमर्जिंग एशिया कप के लिए टीम इंडिया में शामिल कर लिया गया। जिसमें सभी देशों की अंडर-23 टीमों ने हिस्सा लिया। बुमराह ने 3 ही मैच खेले, जिनमें उन्होंने 2 विकेट लिए। इस टूर्नामेंट में अक्षर पटेल, सूर्यकुमार यादव और केएल राहुल को भी मौका मिला था। भारत ने पाकिस्तान को 9 विकेट से फाइनल हराकर खिताब भी जीता। IPL के 3 साल बाद टीम इंडिया में जगह मिली इंडिया-ए में मौका मिलने के बाद बुमराह ने गुजरात के लिए रणजी डेब्यू भी कर लिया। वे शुरुआती 3 IPL में 11 विकेट ही ले सके, लेकिन टीम ने 2015 में एक और खिताब जीत लिया। इस दौरान बुमराह घरेलू क्रिकेट में लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। जनवरी 2016 में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया जाकर 5 वनडे और 3 टी-20 की सीरीज खेलनी थी। बुमराह को हार्दिक पंड्या के साथ टी-20 टीम में मौका मिल गया। फ्लाइट टिकट की गड़बड़ी ने वनडे डेब्यू करा दिया बुमराह का सिलेक्शन टी-20 टीम के लिए हुआ था, सीरीज 26 जनवरी से शुरू होनी थी। बाकी प्लेयर्स की फ्लाइट का टिकट तो 24 जनवरी का हो गया, लेकिन बुमराह को टिकट नहीं मिल पाया। उन्हें ऑस्ट्रेलिया तो भेजना ही था, ऐसे में BCCI ने 2 दिन पहले की फ्लाइट बुक की और बुमराह 22 जनवरी को ही ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो गए। वनडे सीरीज में टीम इंडिया की हालत खराब थी और होम टीम 4-0 से आगे हो चुकी थी। भारतीय गेंदबाजी बेहद खराब चल रही थी। 23 जनवरी को पांचवां मैच खेला गया, बुमराह मुकाबले के पिछले दिन ही सिडनी पहुंचे थे। कप्तान एमएस धोनी ने नेट्स में बुमराह को बॉलिंग करते हुए देखा और उन्हें आखिरी वनडे के लिए प्लेइंग-11 में चुन लिया। टी-20 खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया गए बुमराह ने वनडे डेब्यू कर लिया। वे 8वें ओवर में बॉलिंग करने आए, लेकिन शुरुआती 2 ओवर में विकेट नहीं ले सके। 12वें ओवर की पांचवीं बॉल उन्होंने शॉर्ट पिच फेंकी, स्टीव स्मिथ पुल शॉट खेलने गए, लेकिन गेंद हवा में खड़ी हो गई। शॉर्ट मिड-विकेट पोजिशन पर रोहित शर्मा ने उनका आसान कैच पकड़ा और बुमराह को पहला विकेट मिल गया। उन्होंने 40 रन देकर 2 विकेट लिए। भारत ने मनीष पांडे के शतक की मदद से 6 विकेट से मुकाबला भी जीत लिया। पहली ही टी-20 सीरीज में चमके वनडे डेब्यू के बाद बुमराह को टी-20 सीरीज के सभी मैच खिलाए गए। पहले विकेट के रूप में उन्होंने डेविड वॉर्नर को विराट कोहली के हाथों कैच करा दिया। उन्होंने 23 रन देकर 3 विकेट लिए और भारत को 37 रन से जीत दिला दी। बुमराह 6 विकेट लेकर सीरीज के टॉप विकेट टेकर बने और भारत ने 3-0 से सीरीज अपने नाम कर ली। यानी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बुमराह ने जितने भी मैच खेले, सभी में भारत को जीत मिली। एक्शन कभी अजीब नहीं लगा डिफरेंट बॉलिंग एक्शन के बारे में जसप्रीत बताते हैं, बचपन से बड़े होते हुए मुझे हमेशा ही मेरा बॉलिंग एक्शन नॉर्मल लगा। वो तो नेशनल जूनियर कैम्प जॉइन करने का बाद पता लगा कि मेरा एक्शन (बॉलिंग) थोड़ा अलग है। वहां मैंने अपनी बॉलिंग का वीडियो देख लिया था। मैं तो बस तेज गेंदें फेंककर विकेट ले रहा था। मुझे कभी एक्शन से दिक्कत नहीं हुई, लेकिन अब इसी एक्शन से मुझे विकेट मिल रहे हैं। ये मेरी स्ट्रेंथ बन चुका है। मैंने टीवी पर कई बॉलर्स को देखकर सीखा है, लेकिन खुशकिस्मत हूं कि किसी भी कोच ने मेरे एक्शन में ज्यादा बदलाव नहीं किए। टेस्ट डेब्यू करने में 2 साल लगे वनडे और टी-20 में लगातार प्रदर्शन के बावजूद बुमराह टेस्ट डेब्यू नहीं कर पा रहे थे। क्योंकि भारत इस दौरान ज्यादातर मुकाबले घरेलू मैदान पर ही खेल रहा था। जनवरी 2018 में टीम को साउथ अफ्रीका जाना था, यहां बुमराह को शामिल कर लिया गया। वे पहली पारी में एक ही विकेट ले सके, लेकिन यह विकेट एबी डिविलियर्स का रहा। बुमराह ने दूसरी पारी में 3 विकेट लिए, लेकिन टीम 72 रन से मुकाबला हार गई। बुमराह ने फिर बाकी 2 मुकाबलों में 10 विकेट अपने नाम किए, इनमें एक बार पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा भी शामिल रही। जिसकी मदद से टीम ने सीरीज का आखिरी मुकाबला जीता भी। स्पोर्ट्स प्रेजेंटर से शादी की तीनों फॉर्मेट की टीम में अपनी जगह पक्की कर चुके बुमराह ने 15 मार्च 2021 को स्पोर्ट्स प्रजेंटर संजना गणेशन से शादी कर ली। उनकी शादी के बारे में कम ही लोगों को खबर थी। संजना स्टार स्पोर्ट्स और ICC के लिए स्पोर्ट्स टूर्नामेंट में प्रजेंटर की भूमिका निभा चुकी हैं। 4 सितंबर 2023 को उन्होंने बेटे अंगद को जन्म दिया। वनडे वर्ल्ड कप में सबकुछ झोंका, लेकिन चैंपियन नहीं बन सके बेटे के जन्म के बाद जसप्रीत बुमराह ने 2023 के वनडे वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने 11 मुकाबलों में 4.06 की इकोनॉमी से रन दिए और 20 विकेट झटक लिए। वे टीम के सेकेंड टॉप विकेट टेकर रहे, लेकिन भारत वर्ल्ड कप नहीं जीत सका। टीम को फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 विकेट से हार मिल गई। भारत को 17 साल बाद टी-20 वर्ल्ड कप जिताया वनडे वर्ल्ड कप में मिली हार के 6 महीने बाद ही वेस्टइंडीज और अमेरिका में टी-20 वर्ल्ड कप हुआ। बुमराह ने यहां 8 मुकाबलों में महज 4.17 की इकोनॉमी से रन दिए और 15 विकेट झटक लिए। फाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने टीम को पहला विकेट दिलाया। फिर डेथ ओवर्स में मार्को यानसन को बोल्ड कर मैच भारत की झोली में डाल दिया। बुमराह ने फाइनल में 18 रन देकर 2 विकेट लिए, इस प्रदर्शन ने भारत को वर्ल्ड कप फाइनल जिताने में अहम भूमिका निभाई। वे प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुने गए। वे इस अवॉर्ड को जीतने वाले विराट कोहली के बाद दूसरे ही भारतीय बने। IPL में मुंबई को 5 टाइटल जिता चुके बुमराह टेस्ट, टी-20 और वनडे तीनों फॉर्मेट में ICC के नंबर-1 गेंदबाज बनने वाले इकलौते प्लेयर हैं। वे मुंबई से ही IPL खेलते हैं और अब तक 5 टाइटल अपने नाम कर चुके हैं। साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारत में चल रही मौजूदा वनडे सीरीज से उन्हें आराम दिया गया। हालांकि, वे 9 दिसंबर से टी-20 सीरीज खेलते नजर आएंगे। आज इन क्रिकटर्स का भी बर्थडे जसप्रीत बुमराह के साथ आज भारत के लेफ्ट आर्म स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा, बैटर करुण नायर, वनडे टीम के उप कप्तान श्रेयस अय्यर और पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह का भी जन्मदिन है। इनके अलावा इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ, जिम्बाब्वे के शॉन इरविन और न्यूजीलैंड के ऑलराउंडर ग्लेन फिलिप्स भी 6 दिसंबर को ही जन्में थे।

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