IPL 2026 Auction, New rule explained: इंडियन प्रीमियर लीग का मिनी ऑक्शन मंगलवार 16 दिसंबर को अबू धाबी में होने जा रहा है। इस बार का ऑक्शन काफी चर्चित है, क्योंकि एक ओर जहां कुछ बड़े विदेशी नाम जैसे ग्लेन मैक्सवेल, फाफ डु प्लेसिस, मोईन अली ऑक्शन में नजर नहीं आने वाले हैं। वहीं, दूसरी ओर विदेशी खिलाड़ियों के लिए बनाया गया एक नया नियम सुर्खियों में है। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन के एक मास्टर स्ट्रोक की चर्चा भी हो रही है, क्योंकि उन्होंने खुद को एक बल्लेबाज के रूप में रजिस्टर किया है। आइए जानते हैं कैमरून ग्रीन के ऐसा करने के पीछे क्या कारण है?
आखिर क्या है कैमरून ग्रीन का मास्टर स्ट्रोक?
ऑस्ट्रेलियन ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन ने इस बार के मिनी ऑक्शन के लिए खुद को एक स्पेशलिस्ट बल्लेबाज के तौर पर रजिस्टर करवाया है। जबकि वह एक फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर हैं, वे किसी भी टीम में एक ऑलराउंडर के तौर पर ही खेलेंगे। लेकिन, ऑक्शन के लिए उन्होंने अलग भूमिका चुनी।
दरअसल ऐसा उन्होंने एक खास नियम की वजह से किया है, जिसके मुताबिक मिनी ऑक्शन में जब निलामी की शुरुआत होती है तो पहला सेट कैप्ड बल्लेबाजों का होता है। मिनी ऑक्शन में टीमों के पास सीमित पर्स होता है और शुरुआती कुछ सेट में ही अधिकतर टीमें अपनी स्क्वॉड पूरी कर चुकी होती हैं। ऐसे में उनका नाम पहले सेट में आने से इस बात की काफी संभावना है कि उन पर बोली अधिक लगे और वह महंगे बिकें, क्योंकि बाद के सेट में आने से ऐसा हो सकता है कि टीमों के पास इतना पैसा ही न बचे कि उन्हें बड़ा अमाउंट मिल सके।
क्या है विदेशी खिलाड़ियों के लिए नया नियम?
कैमरून ग्रीन का यह मास्टर स्ट्रोक उन्हें बेशक ज्यादा रुपए दिलवा सकता है, लेकिन इस बार भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने विदेशी खिलाड़ियों को मिलने वाली अधिकतम राशि को पहले से ही निर्धारित कर दिया है। इस नए नियम के अनुसार, मिनी ऑक्शन में किसी भी विदेशी खिलाड़ी को अधिकतम 18 करोड़ रुपए ही मिल सकते हैं। अगर इससे ज्यादा की बोली लगती है तो शेष राशि बीसीसीआई के प्लेयर वेलफेयर फंड में चली जाएगी।


