टेलीग्राम पर बिक रहे कपल्स के इंटीमेट VIDEO:प्रेमी जोड़े खुद कर रहे रिकॉर्डिंग, 100-400 रुपए में वीडियो; दलाल बोला-छत्तीसगढ़ के गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड का रेट ज्यादा

टेलीग्राम पर बिक रहे कपल्स के इंटीमेट VIDEO:प्रेमी जोड़े खुद कर रहे रिकॉर्डिंग, 100-400 रुपए में वीडियो; दलाल बोला-छत्तीसगढ़ के गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड का रेट ज्यादा

’19 मिनट 34 सेकेंड वायरल वीडियो’ पिछले दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सबसे ज्यादा ट्रेंड होने वाला की-वर्ड था। ये की-वर्ड हाल ही में वायरल हुए एक बंग्ला कपल के वीडियो से जुड़ा हुआ है। कपल के एक करीबी दोस्त ने सोशल मीडिया पर उनका इंटिमेट वीडियो पोस्ट किया था। इसके ही कुछ ही मिनटों बाद खुद के मोबाइल से सेल्फ प्लेजर के लिए कपल ने जो अपना प्राइवेट मूमेंट रिकॉर्ड किया था, वो करोड़ों लोगों की मोबाइल की स्क्रीन तक पहुंच गया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से फिलहाल ये वीडियो रिमूव हो गया है, लेकिन भास्कर की पड़ताल में पता चला ये वायरल वीडियो सिर्फ बानगी है। टेलीग्राम पर सिर्फ 100 रुपए में सैकड़ों कपल के इंटिमेट और प्राइवेट मोमेंट्स बेचे जा रहे हैं। कस्टमर की डिमांड के हिसाब से ग्रुप के लिंक शेयर होते हैं। दलालों के पास छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, बंगाल, दिल्ली, पंजाब, यूपी, बिहार जैसे अलग-अलग राज्यों के कपल के प्राइवेट वीडियो मौजूद हैं। सिर्फ कपल के ही नहीं 14 साल की बच्चियों से लेकर 40 साल तक की महिलाओं के न्यूड वीडियो इनके पास हैं। हैरानी की बात है सारे वीडियो प्राइवेट मोबाइल से लीक हुए हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने इसकी पड़ताल की। दलाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ के कपल्स और लड़कियों के वीडियो के रेट हाई हैं। इस रिपोर्ट में पढ़िए कैसे काम करता है पूरा नेटवर्क ? पहले डर्टी बिजनेस से जुड़ी ये 3 तस्वीरें देखिए… सोर्स की मदद से दलाल तक पहुंचा भास्कर डिजिटल बंग्ला कपल का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से तो रिमूव हो गया था। बावजूद लोगों के मोबाइल पर तेजी से पहुंच रहा था। एक सोर्स ने बताया कि, ये वीडियो टेलीग्राम पर बिक रहा है। हमने सोर्स के जरिए, एक दलाल से संपर्क किया। इस दलाल ने अपना नाम उज्जवल बताया, कॉलेज स्टूडेंट है। इससे हमने बंग्ला कपल के वीडियो के बारे में पूछा। उज्जवल ने QR कोड भेजकर कहा कि 100 रुपए डालिए, वीडियो मिल जाएगा। हमने पेमेंट किया, दूसरी ओर से एक लिंक आई और वीडियो मिल गया। एज ग्रुप और लोकेशन के हिसाब से रेट इसके बाद हमने उज्जवल से बातचीत आगे बढ़ाई। इसने हमें बताया एज ग्रुप और लोकेशन के हिसाब से रेट तय है। वीडियो कई मिल जाएंगे। 14 से 25 साल की लड़कियों के वीडियो का 200 से 400 के बीच है। वहीं बाकी एज ग्रुप का 100 से 200 रुपए का रेट बताया। हमने उज्जवल से पूछा छत्तीसगढ़ के कपल या लड़कियों के वीडियो भी हैं क्या? उज्जवल ने बोला- मुश्किल है, लेकिन जुगाड़ हो जाएगा। बस रेट ज्यादा लगेगा। इसके बाद हमने अलग–अलग एज ग्रुप और लोकेशन के हिसाब से कुछ और पेमेंट उज्ज्वल को किए। इसके बदले में उसने हमें कुछ ग्रुप्स के लिंक भेजे और ज्वाइन होने को कहा। हमने ग्रुप ज्वाइन किया। एक ग्रुप में हजारों वीडियो, सब प्राइवेट मोबाइल से रिकार्ड हुए उज्ज्वल ने लगभग चार से पांच ग्रुप से हमें जोड़ा। हर ग्रुप में हजारों वीडियो मिले। हैरानी की बात थी कि, 90% वीडियो प्राइवेट मोबाइल से रिकॉर्ड किए थे। यानी कपल ने अपने प्राइवेट मोबाइल से अपना इंटिमेट और सेक्शुअल इंटर-कोर्स का वीडियो शूट किया है। यही पैटर्न 14 से 20 साल की लड़कियों के बीच भी दिखा। इन लड़कियों ने भी बंद कमरे के भीतर खुद ही अपना न्यूड वीडियो अपने ही प्राइवेट मोबाइल से शूट किया है। ऐसे में बड़ा सवाल ये था कि, वीडियो दलालों तक कैसे पहुंच रहे ? दलाल ने बताया- लड़के अपने दोस्तों को भेजते हैं वीडियो, फिर हो जाता है वायरल इस सवाल के जवाब में उज्जवल ने बताया कि, उसके ही जैसे कई और लोग है, जो लीक वीडियो बेचते हैं। जिनका ग्रुप बना हुआ है। इसके अलावा भी दूसरे भी कई सोर्स हैं। इन सोर्स के जरिए ही वीडियो पहुंचता है। उज्जवल की माने तो ज्यादातर मामलों में लड़कों की ओर से ही वीडियो लीक किए जाते हैं। उज्जवल ने बताया कि कई बार तो लड़के वीडियो इंटेंशनली ही वायरल करने के लिए शूट करते हैं। वहीं कुछ लड़के अपने इंटर-कोर्स का वीडियो दोस्त के साथ शेयर करते हैं। इसके बाद वीडियो दोस्त के एंड से वायरल हो जाता है। बंग्ला कपल वाले केस में भी लड़के के दोस्त ने वीडियो चोरी कर वायरल किया। वहीं प्राइवेट वीडियो लीक करना रिवेंज पोर्न का हिस्सा भी होता है। इसके अलावा साइबर क्रिमिनल भी थर्ड पार्टी एप्स या लिंक के जरिए प्राइवेट डेटा चोरी करते हैं। चाइल्ड पोर्न का बड़ा डेटा सर्वर पर सेव इन सबके अलावा उज्जवल ने हमें एक सर्वर का लिंक भी शेयर किया। इस सर्वर में एक्सेस करते ही हमारे सामने 5000 से अधिक वीडियो दिखे। ये सब बच्चों के पोर्न वीडियो थे। इन बच्चों की उम्र 8 साल से 14 साल के बीच है। यानी बड़े पैमाने पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी टेलीग्राम के जरिए सेल और शेयर किए जा रहे हैं। सेल्फ प्लेजर के लिए इंटर-कोर्स का वीडियो शूट कर रहे लोग डिफरेंट मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दिनों कई बड़े सोशल मीडिया के इन्फ्लूएंसर के प्राइवेट वीडियो तेजी से वायरल हुए हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि, कोई व्यक्ति विशेष या कपल सेल्फ प्लेजर के लिए इंटर-कोर्स का वीडियो शूट करते हैं। मनोविज्ञान की भाषा में इसे कटोप्ट्रोनोफिलिया कहा जाता है। यानी एक ऐसी मनोवैज्ञानिक प्रवृत्ति जिसमें व्यक्ति को खुद को संभोग या यौन गतिविधि करते हुए देखने से यौन उत्तेजना और आनंद मिलता है। इसमें व्यक्ति मिरर, कैमरा, मोबाइल रिकॉर्डिंग या वीडियो के जरिए खुद को देखना पसंद करता है। इसके पीछे पोर्नोग्राफी और सोशल मीडिया बड़ी वजह इस तरह के सेक्स की चाहत रखने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। जैसे खुद के शरीर को लेकर अत्यधिक सेल्फ फोकस होना, सेक्शुअल लाइफ में नयापन या उत्तेजना की तलाश। पोर्नोग्राफी और सोशल मीडिया का प्रभाव या रिश्तों में भावनात्मक दूरी भी इसका बड़ा कारण हो सकता है। ये बीमारी नहीं, लेकिन फोर्स करना गलत है डॉक्टर कहते हैं कि, अगर यह आपसी सहमति, निजी दायरे और किसी को नुकसान पहुंचाए बिना हो, तो इसे मानसिक रोग नहीं माना जाता। लेकिन अगर यह किसी पर जबरदस्ती थोपी जाए। ब्लैकमेल, धमकी या दबाव से जुड़ जाए या रिश्ते में डर और असुरक्षा पैदा करे, तो यह मानसिक और कानूनी समस्या बन जाती है। एक्सपर्ट बोले- मोबाइल प्राइवेट, लेकिन डेटा नहीं मामले में साइबर एक्सपर्ट अक्षय बाजपेयी का कहना है कि, आज के दिन में किसी व्यक्ति के हाथ में रखा मोबाइल प्राइवेट हो सकता है, लेकिन उस मोबाइल के भीतर जो डेटा है, वो प्राइवेट होगा इसकी गारंटी कोई नहीं ले सकता। एक छोटी गलती और आपके मोबाइल का पूरा डेटा थर्ड पार्टी के पास चला जाता है। ऐसे में सेल्फ प्लेजर के लिए अपना या अपने पार्टनर के साथ प्राइवेट वीडियो शूट कर रहे हैं तो प्राइवेसी ब्रीच का खतरा बना रहता है। वीडियो/फोटो किसी के हाथ लगा तो ब्लैकमेलिंग की जा सकती है। सिर्फ एक पार्टनर के कहने पर किया जा रहा है, तो दूसरे के भीतर ये मानसिक तनाव, अवसाद और भय पैदा कर सकता है। रिश्तों में अविश्वास और हिंसा भी बढ़ सकती है। भारत में अश्लील वीडियो पर 3 कानून इंटरनेट की काली दुनिया से ऐसे बचें प्राइवेसी सेटिंग्सः इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया अकाउंट को पब्लिक न रखें। सेटिंग्स में जाकर अपने अकाउंट को प्राइवेट करें। किसी पोस्ट पर लोकेशन शेयरिंग का ऑप्शन ऑफ रखें। फ्रेंड रिक्वेस्टः जिन्हें आप जानते हैं उनके ही फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करें। कभी भी पर्सनल सूचनाएं जैसै अपना फोन नंबर, एड्रेस या लाइव लोकेशन शेयर न करें। विज्ञापनों से सावधानः सामान्य काम के बदले अच्छी सैलेरी देने के विज्ञापनों के झांसे में न आएं। कंपनी की विश्वसनीयता और उसके टर्म एंड कंडीशंस को जांच लें। एक्शन लेंः सोशल मीडिया पर आपके अकाउंट से छेड़छाड़ होने पर तुरंत अनफ्रेंड या ब्लॉक करें। बिना देरी किए इसकी रिपोर्ट करें। ऐसे किसी पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी करें।

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