ग्रामीण क्षेत्र में सहकारी व्यवसाय में कर सकते हैं नवाचार:सहकार सप्ताह में वक्ता बोले- होम डिलीवरी की सुविधा शुरू की जाए तो कई छोड़ सकते हैं निजी कंपनियों को पीछे

ग्रामीण क्षेत्र में सहकारी व्यवसाय में कर सकते हैं नवाचार:सहकार सप्ताह में वक्ता बोले- होम डिलीवरी की सुविधा शुरू की जाए तो कई छोड़ सकते हैं निजी कंपनियों को पीछे

अखिल भारतीय 72 वें सहकार सप्ताह के कार्यक्रम के अन्तर्गत आज जोधपुर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार के सभागार में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सहकार सप्ताह का मूल ध्येय वाक्य “कोऑपरेटिव एज व्हीकल फोर आत्मनिर्भर भारत’ रखा गया। कार्यक्रम में मुख्य बिंदू वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए नवोन्मेष सहकारी व्यवसाय मॉडल” (Inovative Cooperativ Business Model For Global Compititiveness) रखा गया। कार्यक्रम में उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां, जोधपुर हेमेंद्र सिंह आशिया उपस्थित थे। आशिया ने बताया कि सहकारी क्षेत्र में होम डिलीवरी की सुविधा का व्यवसाय शुरू किया जाए तो ब्लैंकेट, रैपिडो, जोमेटो भी पीछे रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि जोधपुर का मिठाई व्यवसाय बहुत ही प्रसिद्ध है अगर सहकारी क्षेत्र के माध्यम से यह व्यवसाय शुरू किया जाए तो सहकारिता के क्षेत्र में यह बहुत बड़ा नवाचार हो सकता है और अपार सफलता मिलने की संभावना है। ग्रामीण क्षेत्र में सहकारी व्यवसाय में कर सकते हैं कई तरह के नवाचार कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में महाप्रबंधक जोधपुर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार (सहकारी बाजार) अरुण बारठ उपस्थित थे। बारठ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में सहकारी व्यवसाय में कई तरह के नवाचार शुरू करके ग्रामीण विकास को सुदृढ़ किया जा सकता है। जैसे हस्तशिल्प हथकरघा, पशुपालन में संस्थाएं बनाकर सहकारी क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। इस क्षेत्र में अगर सर्राफा व्यवसाय शुरू किया जाए तो सहकारिता में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है। कार्यक्रम में भंडार के प्रबंधक विक्रम सिंह राठौड़ ने बताया कि आमजन को ज्यादा से ज्यादा सहकारी आंदोलन से जोड़कर सहकारिता की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे ला सकते हैं। उन्होंने बताया कि जोधपुर का बंधेज कपड़ा व्यवसाय बहुत ही प्रसिद्ध है, अगर सहकारिता के माध्यम से बंधेज के परिधान, रजवाड़ी पोशाके, साफा आदि का व्यवसाय किया जाए तो यह सहकारिता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो सकती है। ये रहे उपस्थित कार्यक्रम में दलपत दान चारण, राज फेड, अर्जुन राम अतिरिक्त अधिशासी अधिकारी केंद्रीय सहकारी बैंक, भंडार के सुपरवाइजर मांगीलाल टाक, गिरधारी राम चौधरी, हुकमाराम सिंघाटिया, विजय चौधरी, मनीष अरोड़ा, जीवन सिंह राजावत, चंद्र प्रकाश रुणवाल, हुकमी चंद चौहान, अरुण शर्मा सहित अनेक गणमान्य सहकारी बंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय मेडिकल प्रभारी हुकमाराम सिंघाटिया ने किया।

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